DARBHANGA : दरभंगा अनुमण्डल दण्डाधिकारी, सदर स्पर्श गुप्ता द्वारा आदेश पत्रक जारी करते हुए बताया गया कि प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, मनीगाछी द्वारा निर्गत पत्र द्वारा सूचित किया गया है कि मनीगाछी प्रखण्ड अन्तर्गत जतुका पैकटोल पंचायत के वार्ड नम्बर 07 के विधिपुर ग्राम के एक भू-खण्ड को लेकर स्थानीय दो सम्प्रदाय के लोगों के बीच विवाद उत्पन्न होने के कारण विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो गई है। जिसे नियंत्रित करने हेतु उक्त विवादित भू-खण्ड पर दंड प्रक्रिया संहिता की धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा लगाना आवश्यक प्रतीत होता है। उक्त के आलोक में अनुमण्डल दण्डाधिकारी, सदर दरभंगा द्वारा दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 1973(2) की धारा -144 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए उक्त विवादित भू-खण्ड के आस-पास 500 मीटर की परिधि में 15 जनवरी 2022 से अगले आदेश तक निषेधाज्ञा लागू कर दिया गया है।
इस आदेश के तहत विवादित भू-खण्ड के 500 गज के परिधि में भारतीय दण्ड प्रकिया संहिता में परिभाषित किसी भी अपराध करने तथा शांति भंग करने के उद्देश्य से पाँच या उससे अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने, किसी भी व्यक्ति को लाठी, भाला, गड़ासा, छूरा, अन्य घातक हथियार, आग्नेयास्त्र, विस्फोटक आदि लेकर चलने पर पूर्ण पाबंदी रहेगी। वहीं उक्त विवादित भू-खण्ड पर दोनों सम्प्रदाय के किसी भी व्यक्ति का प्रवेश वर्जित रहेगा। विवादित भू-खण्ड के आसपास लोगों का भीड़ नहीं लगेगा। कोई भी व्यक्ति उक्त विवादित भू-खण्ड के आसपास अस्त्र, शस्त्र अथवा घातक हथियार लेकर नहीं घूमेंगे। यह आदेश सरकारी पदाधिकारी/आरक्षी एवं सैन्य बल के कर्मचारियों जो उक्त स्थल/कार्य में प्रतिनियुक्त हैं एवं सरकारी अथवा प्रशासन द्वारा निर्गत पासधारी के मामले में शिथिल रहेगा। मामला मनीगाछी के जेतुका पंचायत में तीन दिनों से माहौल अतिसंवेदनशील शील है।
स्थानीय लोगो के सूचना के मुताबिक तीन दिन पूर्व एक लाश लेकर जेतुका के बिधिपुर में शेरवानी पोखर के पास ब्रह्मस्थान के बगल में जबरन शव को दफनाने सैकड़ो लोग आ गए थे। उन्हें देख दूसरे समुदाय के स्थानीय लोगो ने वहां शव दफनाने को मना किया। क्योंकि ग्रामीणों का कहना था ये जमीन ब्रह्मस्थान के नाम से नेहरा गांव के दयानाथ चौधरी ने लिखित में दान कर दिया है ये जमीन हिंदुओ का है। वहीं ग्रामीणों के मुताबिक वहां मनीगाछी के सीओं मौके पर पहुंचे और उनके द्वारा पेपर देखा गया था। जिन्होंने ने जमीन दान दिया था। उनके घर से भी बुलाये गए पेपर को सही ठहराया गया। उन्होंने स्वीकारा की जमीन हमने स्थान के नाम से दे दिया है। उसी बीच जबरन उंस लाश को दूसरे समुदाय के लोग उसी जमीन में लाश को दफना के चले गए। वहीं स्थानीय ग्रामीणों का कहना हैं कि प्रशासन से एक ही मांग है की इस लाश को उखाड़ कर बगल के कब्रिस्तान में ले जायें। ग्रामीणों के हिसाब से अगर कल तक लाश को नही उखाड़ा गया तो वो लोग जिला में अनशन करेंगे।
दरभंगा से वरुण ठाकुर की रिपोर्ट