BHAGALPUR : जिले के कहलगांव अनुमंडल में निजी क्लीनिक में बिना डॉक्टर के नवजात शिशु का इलाज करने का मामला प्रकाश में आया है। बताते चलें कि क्लीनिक में ना कोई डॉक्टर है, ना कोई प्रशिक्षित कंपाउंडर है, और ना कोई नर्सिंग असिस्टेंट ही। लेकिन क्लीनिक में इंटर पास नवयुवक के भरोसे इलाज हो रहा है। साथ ही साथ अस्पताल में गंदगी का भी अंबार रहता है। जहां नवजात शिशु स्वस्थ होने के बजाय बीमार हो जाएगा।
वहां पर इलाज करवा रहे नवजात शिशु के पिता ने बताया गया कि डॉ साहब हमारे बच्चे को चमकी बुखार होने की बात कहे है। प्रत्येक दिन इलाज के नाम पर ₹5000 रुपया प्रत्येक दिन सूद पर पैसा उठा कर पिछले 7 दिनों से हॉस्पिटल में जमा करवा रहे हैं। सन्तान है तो छोड़ने में भी नहीं बन रहा है। जबकि हम लोग मजदूर आदमी हैं। किसी तरह मजदूरी कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। बिना पैसे का यहां कोई भी नब्ज भी पकड़ना मुनासिब नहीं समझते हैं।
वहीं दूसरे मरीज के परिजन दो दिनों से अपने नवजातों के टाइफाइड का इलाज करवा रही है। उनके द्वारा भी बताया गया की एक दिन पूर्व ही डॉक्टर आए थे और दूसरे दिन रात्रि तक डॉक्टर नवजात को का सुधि लेने भी नहीं आए हैं। यहां पर इंटर पास नवयुवक के द्वारा ही इलाज किया जाता है।
बताते चलें की जिलाधिकारी भागलपुर डॉ नवल किशोर चौधरी के द्वारा भागलपुर सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया है की जितने भी अवैध क्लिनिक, हॉस्पिटल ,अल्ट्रासाउंड की जांच कर कार्यवाही करके रिपोर्ट सौपने का निर्देश दिया गया है।
भागलपुर से बालमुकुन्द की रिपोर्ट