गोपालगंज। जिले के सदर अस्पताल में अब एमडी के समकक्ष डीएनबी पीडियाट्रिक की पढ़ाई होगी। इसके लिए राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड की ओर से मंजूरी भी मिल गई है। इसको लेकर सरकार के सलाहकार प्रभाकर सिंह ने सिविल सर्जन डॉ बिरेंद्र प्रसाद को एग्रीमेंट पेपर देकर उन्हें बधाई दी है। वही सदर अस्पताल में डीएनबी पीडियाट्रिक की पढ़ाई जल्द शुरू होने की बात कही गई है।
दरअसल सदर अस्पताल दो डीएनबी पीडियाट्रिक के साथ दो डिप्लोमा के छात्र भी पढ़ाई कर सकेंगे। इससे करीब तीन वर्ष बाद हर साल दो बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सक यहां से तैयार हो सकेंगे। जिससे डॉक्टरों के अभाव से जूझ रहे अस्पतालों को अब राहत मिलेगी। इससे अस्पताल की सेवाओं में विस्तार होने के साथ ही मरीजों को भी बेहतर इलाज की सुविधा मुहैया होगी। सिविल सर्जन ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि नेशनल मेडिकल काउंसिल के तहत मेडिकल साइंस में राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड की ओर से सदर अस्पताल में डिप्लोमेट नेशनल बोर्ड (डीएनबी) पीडियाट्रिक की पढ़ाई को मंजूरी मिल गई है। डीएनबी तीन साल का कोर्स है, जिसकी मान्यता एमडी के समकक्ष है। यह कोर्स मेडिकल कॉलेजों के अलावा बड़े निजी कॉलेजों में कराया जाता है।
एमबीबीएस करने के बाद चिकित्सक मेडिकल छात्र विशेषज्ञता के लिए डीएनबी कोर्स की पढ़ाई करते हैं। यहां पर डीएनबी पीडियाट्रिक के दो छात्रों के लिए आवंटन किया गया है। इनकी पढ़ाई डॉ. बीरेंद्र प्रसाद व डॉ सौरभ अग्रवाल की निगरानी में होगी। इसके लिए अस्पताल में सेमिनार रूम, ई लाइब्रेरी, रीडिंग रूम, लैब इत्यादि की सुविधाओं की भी व्यवस्था जल्द की जाएगी। डीएनबी की पढ़ाई शुरू होने से सदर अस्पताल की गिनती अब सुविधा संपन्न जिला अस्पतालों में शुमार हो जाएगी।
सीएस ने बताया कि तीन साल की पढ़ाई के बाद इन्हें एमडी के समकक्ष डिग्री प्राप्त होगी और इन्हें बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सक का दर्जा प्राप्त हो सकेगा। वही एनिस्थिसिया के लिए भी स्वास्थ्य विभाग से मान्यता की मांग की जायेगी। मान्यता मिलने के बाद उसकी भी पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
रिपोर्ट- मन्नान अहमद