नवादा. जिले के रजौली प्रखंड के राम लाल इंटर विद्यालय तारगीर में एक शिक्षिका की विदाई मौके पर छात्राएं फूट फूट कर रोई। बुधवार को जब 12 साल बाद ऐच्छिक स्थानांतरण के बाद विद्यालय से डॉ. विनीता प्रिया विदा हो रही थी, उस समय कुछ देर के लिए मानो सबकी सांसे ठहर सी गई। स्कूली बच्चों को अपने प्रिय शिक्षिका का विद्यालय से जाना खूब खल रहा था। बच्चे कदम-कदम पर अपने शिक्षिका डॉ. विनीता प्रिया का रास्ता रोके खड़े थे।
जनवरी 2011 में सामाजिक विज्ञान विषय की शिक्षिका के रूप में योगदान देने वाली डॉ. विनीता प्रिया कभी सोची भी नहीं होगी कि इस विद्यालय से जाना बच्चे ही नहीं उसके अभिभावकों को भी कितना खलेगा। विदाई के दौरान कोई उनके गले से लिपट कर बेजार होकर रो रही थी। तो कोई उन्हें विद्यालय से नहीं जाने की जिद पर रास्ता रोके खड़ी थी। बच्चों के जिद के आगे शिक्षिका भी विवश दिख रही थी। बच्चों को छोड़कर जाना उन्हें भी खल रहा था। उनके आंखों से भी आंसू की अविरल धारा का प्रवाह रूकने का नाम नहीं ले रहा था।
विद्यालय के बच्चे और विदा हो रही शिक्षिका की हालत ऐसी हो गई थी कि अनलोगों को देखकर शायद कोई ऐसा निष्ठुर होगा, जिसकी आंखों से आंसू नहीं बहा हो। विद्यालय के बच्चों को रोते देख, वहां उपस्थित उनके अभिभावक की भी आंखें नम हो गईं। काफ़ी समझाने और बार-बार विद्यालय आने के आश्वासन के बाद बच्चे शांत हुए और शिक्षिका डॉ. विनीता प्रिया को भारी मन से जाने दिया।
इसके पूर्व विद्यालय परिवार द्वारा डॉ. विनीता प्रिया के सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें उपस्थित शिक्षकों ने इनका विद्यालय से जाना विद्यालय के लिए अपूरणीय क्षति बताया। साथ ही कहा कि ऐसी शिक्षक बार बार विद्यालय को नहीं मिलता है। इन्होंने विद्यालय में पूरी इमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से अपनी जवाबदेही का निर्वहन किया। बता दें कि लगभग 12 वर्षों के सेवाकाल के बाद इनका ऐक्षिक स्थानांतरण रोह प्रखंड के इंटर विद्यालय ओहारी में हो गया है।