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भ्रष्टाचार केस में DTO की गिरफ्तारी...वैसे इस विभाग में बड़े-बड़े हैं धनकुबेर ! जरा इस परिवहन दारोगा को देखिए न...1 दिन में ही नाबालिग बेटे के नाम पर खरीदा 2 बीघा जमीन और सरकार से छुपा लिया

भ्रष्टाचार केस में DTO की गिरफ्तारी...वैसे इस विभाग में बड़े-बड़े हैं धनकुबेर ! जरा इस परिवहन दारोगा को देखिए न...1 दिन में ही नाबालिग बेटे के नाम पर खरीदा 2 बीघा जमीन और सरकार से छुपा लिया

PATNA: लखीसराय के वर्तमान डीटीओ मो.जियाउल्लाह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पटना निगरानी कोर्ट से बुधवार को अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज होने के बाद कैमूर पुलिस ने लखीसराय आवास शुक्रवार की सुबह जिला परिवहन पदाधिकारी को गिरफ्तार कर लिया है. डीटीओ पर बालू खदान दिलवाने के नाम पर चचेरे भाई और गार्ड के अकाउंट में चालीस लाख रू लेने के आरोप हैं. आर्थिक अपराध इकाई ने जांच में प्रथम दृष्टया आरोप सही पाया था. इओयू की रिपोर्ट के बाद डीटीओ मोहम्मद जियाउल्लाह,चचेरे भाई व होमगार्ड जवान के खिलाफ 28 अगस्त 2023 में भभुआ थाने में केस दर्ज किया गया था. गिरफ्तारी के बाद परिवहन विभाग एक बार फिर से चर्चा में आ गया है. वैसे इस विभाग में एक से बढ़कर एक धनकुबेर हैं. परिवहन विभाग के एक प्रवर्तन अवर निरीक्षक(दारोगा) की कहानी तो हमने बताई ही थी कि कैसे नाबालिग बेटे के नाम पर संपत्ति अर्जित की, पत्नी को गार्जियन बना दिया और खुद को पूरी तरह से अलग कर लिया. साथ ही सरकार के समक्ष संपत्ति की जानकारी में उक्त संपत्ति को छुपा लिया. 

रिवहन दारोगा ने 1 दिन में ही 2 बीघा जमीन किया क्रय और सरकार से छुपा लिया

परिवहन विभाग का छुपा रूस्तम दारोगा भी कम नहीं.  परिवहन विभाग के प्रवर्तन अवर निरीक्षक ने सरकार की नजरों से बचने का जबरदस्त खेल खेला. उन्होंने अपने या पत्नी के नाम पर जमीन की खरीद नहीं की. नाबालिक बेटे को आगे कर दिया. नाबालिग के नाम पर एक दिन में ही लगभग दो बीघे जमीन की खऱीद कर ली . बेटे को माईनर दिखाया और पत्नी को गार्जियन. इसके बाद जमीन की रजिस्ट्री कराया. शिकारपुर निबंधन कार्यालय में नवंबर 2022 में परिवहन दारोगा ने यह रजिस्ट्री कराई है . जमीन की खरीद करना गलत नहीं पर छुपाना गलत है. छुपाई गई संपत्ति को सरकार अवैध मानती है. परिवहन दारोगा ने वही काम किया है. राजधानी के बाद अब यूपी के सीमावर्ती जिले में तैनात परिवहन विभाग दारोगा ने 2023 में संपत्ति का जो ब्योरा दिया है, उसमें इसका जिक्र नहीं किया. परिवहन दरोगा ने 7 फऱवरी 2023 को संपत्ति का जो ब्योरा दिया है, उसमें नवबंर 2022 में खरीदी गई 115 डिसमिल जमीन की जानकारी छुपा लिया. सरकार का स्पष्ट आदेश है कि छुपाई गई संपत्ति को अवैध (आय से अधिक संपत्ति) मान कार्रवाई की जायेगी. यानि सरकार के रूल के अनुसार, परिवहन दारोगा की अर्जित संपत्ति अवैध मानी जा सकती है. 

चंपारण के रहने वाले हैं दारोगा जी

परिवहन दारोगा के बारे में जान लें. परिवहन दारोगा का पैतृक जिला चंपारण है. कुछ समय पहले तक वो सरकार की नाक के नीचे वाले महत्वपूर्ण जिले में प्रतिनियुक्त थे. अब सीमावर्ती जिला में तैनात हैं. समझ सकते हैं कि जो परिवहन दारोगा एक दिन में दो बीघे जमीन की खरीद कर सकता है, वो कितना बड़ा धनकुबेर होगा. वैसे निगरानी ब्यूरो ने इसी साल किशनगंज में प्रतिनियुक्त एक परिवहन दारोगा विकास कुमार के ठिकानों पर आय से अधिक संपत्ति केस में छापेमारी की थी. इसके पहले एक और परिवहन दारोगा श्यामनंदन प्रसाद के खिलाफ भी निगरानी की कार्रवाई हो चुकी हैसमस्तीपुर के तत्कालीन इंफोर्समेंट इंस्पेक्टर श्यामनंदन प्रसाद के खिलाफ 2 दिसंबर 2019 को निगरानी ने DA केस दर्ज किया था. इसके बाद कई ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. यह केस अभी भी जांच में है। 

ईओयू ने जांच कर डीटीओ के खिलाफ केस दर्ज करने को भेजा था पत्र

आर्थिक अपराध इकाई के एसपी ने 17 अगस्त 2023 को कैमूर के एसपी को पत्र लिखा था. जिसमें वर्ष 2017-18 में भभुआ जिले में पदस्थापित डीपीआरओ मोहम्मद जियाउल्लाह एवं अन्य के विरुद्ध प्राथमिक की दर्ज करने का आदेश दिया था. आर्थिक अपराध इकाई ने कैमूर एसपी को भेजे पत्र में कहा था कि आवेदक दीवान शहंशाह खान ने रोहतास के निवर्तमान जिला परिवहन पदाधिकारी वर्तमान में लखीसराय के डीटीओ मोहम्मद जियाउल्लाह अंसारी एवं उसके चचेरा भाई पर साजिश के तहत प्रलोभन देकर 40 लाख रुपया बालू खदान बंदोबस्ती के नाम पर ठगी करने के आरोप लगाए थे. इन आरोपों की जांच के लिए आर्थिक अपराध इकाई ने 7 दिसंबर 2021 को पुलिस निरीक्षक संजय कुमार-2 को जांचकर्ता नियुक्त किया था. शिकायतकर्ता से मिले दस्तावेजों का जांच कराई गई. अनुमंडल लोक अभियोजक पटना के द्वारा मंतव्य की मांग की गई, जिसमें मोहम्मद जियाउल्लाह अंसारी, मोहम्मद जबीरूल्लाह अंसारी और होमगार्ड शमशेर के विरुद्ध धारा 168, 40,6 420, 120 बी के अंतर्गत प्रथम दृष्टया आरोप बनते देखा गया. 

28 अगस्त को लखीसराय डीटीओ के खिलाफ दर्ज हुआ था केस 

आर्थिक अपराध इकाई द्वारा भी जांच कराई गई. जिसमें सीडीआर, बैंकिंग ट्रांजैक्शन, सीएएफ, दस्तावेज, व्हाट्सएप चैट, ऑडियो कन्वर्सेशन, सीडी को संग्रहित किया गया. जिसमें तीनों आरोपियों का डायरेक्ट या इनडायरेक्ट संलिप्तता पाई गई. मोहम्मद जियाउल्लाह अंसारी 2017-18 तक कैमूर जिले में पदस्थापित रहे हैं. परिस्थितिजन्य वित्तीय लाभ हेतु विश्वास में लेकर झांसे में लेना एवं षड्यंत्र करने का मजबूत संभावना बनते दिख रहा है. इकाई द्वारा जांच में पाए गए दस्तावेज एवं आरोपी की उपस्थिति के लिए सीधे तौर पर एवं विभाग के माध्यम से भी इन्हें तीन नोटिस भेजा गया. बावजूद इसके पक्ष रखने के लिए उपस्थित नहीं हुए. इससे प्रथम दृस्टया आरोप बन रहा है. ऐसे में मोहम्मद जियाउल्लाह अंसारी वर्तमान डीटीओ लखीसराय समेत अन्य तीनों के खिलाफ केस दर्ज करें. अगर डीटीओ के विरुद्ध भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत साक्ष्य प्राप्त होता है तो उसे जोड़ते हुए आर्थिक अपराध इकाई को सूचित करें.ईओयू की चिट्ठी के बाद कैमूर एसपी ने 22 अगस्त 2023 को भभुआ के थाना अध्यक्ष को पत्र भेजा जिसमें प्राथमिक की दर्ज करने को कहा गया . एसपी के पत्र के बाद भभुआ थाने में 28 अगस्त को केस दर्ज किया गया.




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