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के के पाठक के फरमान से फिर शिक्षकों के छूटे पसीने, अब "गुरुजी" हाफ टाइम के बाद नहीं हो सकेंगे विद्यालय से फरार, हर दिन दो बार होगी जांच

के के पाठक के फरमान से फिर शिक्षकों के छूटे पसीने, अब "गुरुजी" हाफ टाइम के बाद नहीं हो सकेंगे विद्यालय से फरार, हर दिन दो बार होगी जांच

PATNA: बिहार में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक लगातार कोशिश कर रहे हैं। के के पाठक एक के बाद एक नए फरमान ला रहे हैं। इसकी कड़ी में अब के.के पाठक ने नया फरमान जारी किया है। जिसके अनुसार अब स्कूल में हाफ टाइम के बाद फरार होने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं अब सभी सरकारी स्कूलों में हर दिन में दो बार जांच की जाएगी। स्कूलों की जांच के लिए निरीक्षण पदाधिकारी तैनात किए गए हैं। वहीं अब शिक्षा विभाग के इस फरमान से स्कूल से फरार होने वाले शिक्षकों के पसीने छूट रहे हैं। 

सरकारी स्कूलों में होगी दो बार जांच

वहीं शिक्षा विभाग के नए आदेश के अनुसार अब सारण के 2788 सरकारी स्कूलों की हर दिन दो बार जांच होगी। मकसद साफ है कि अब हाफ टाइम के बाद घर के लिए फरार होने वाले शिक्षकों पर नकेल कसी जाएगी। दरअसल, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के पाठक के आदेश के बाद सारण जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी सरकारी स्कूलों में 1 अप्रैल से दिन में दो बार जांच शुरू करा दी है। पहले दिन सभी शिक्षक अपने स्कूलों में शाम के 5:00 बजे तक उपस्थित दिखे। यानी स्कूल में पठन-पाठन भी दुरुस्त दिखा और शिक्षक भी।

शिक्षकों में दिखा खौफ

सरकारी स्कूलों की जांच प्रतिदिन दिन में दो बार होगी इस आदेश की सूचना जैसे ही शिक्षकों को मिली वे एक दूसरे को फोन कर जानकारी देने लगे और स्कूल में ही बने रहने के लिए हिदायत देते देखे गए। मुख्य रूप से स्कूलों के हेड मास्टर अपने शिक्षकों को नए आदेश से अवगत करते देखे गए। इसके बाद पहले दिन एक भी शिक्षक हाफ टाइम के बाद स्कूल नहीं छोड़ पाए हालांकि कुछ शिक्षक जांच के बाद स्कूल से निकल गए। नई जांच के आदेश से आम लोग काफी खुश हैं। बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि अब शिक्षकों की मनमानी पर ब्रेक लगेगी। पहले केवल सुबह में ही जांच होती थी ऐसे में शिक्षा हाफ टाइम तक ड्यूटी करने के बाद फरार हो जाते थे। हेडमास्टर के जिम्मे पूरा स्कूल रहता था। अब हेड मास्टर को भी परेशानी नहीं होगी। सभी विषयों की पढ़ाई हो पाएगी। पढ़ाई के प्रति एक दूसरे से प्रतिद्वंदिता बढ़ेगी और बेहतर पठान पाठन होगा। समय पर स्कूल खुलेगा और समय पर बंद होगा।

 5 सालों तक विभाग में बने रहे पाठक

वहीं अभिभावकों का कहना है कि, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि अब सभी शिक्षक दक्ष हो गए हैं नई जांच के आदेश से स्कूल की टाइमिंग भी दुरुस्त हो जाएगी। केके पाठक का कामकाज सराहनीय है, उन्हें कम से कम 5 साल विभाग में और रहना चाहिए।कुछ अभिभावकों का कहना है कि व्यवस्था यदि दुरुस्त हो रही है तो इसमें किसी को उंगली नहीं डालना चाहिए। शिक्षा विभाग में बहुत बेहतर किया है। बच्चों के भविष्य के लेकर या बेहतर कदम है स्कूलों की जांच होगी तो शिक्षक अपने स्कूल में बने रहेंगे और जब शिक्षक रहेंगे तो पढ़ाई भी होगी। जिला शिक्षा पदाधिकारीदिलीप कुमार सिंह कहा कहना है कि सारण के सभी सरकारी स्कूलों की दो बार जांच के लिए आदेश जारी कर दिया गया है। पदाधिकारी भी प्रतिनियुक्ति कर दिए गए हैं। कुल 2788 स्कूल के लिए आदेश जारी हुआ है।

छपरा से संजय भारद्वाज की रिपोर्ट 

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