शिक्षा मंत्री 25-30 दिनों से पोस्टिंग वाली फाईल रोक कर क्यों बैठे हैं ? नेता प्रतिपक्ष का खुलासा- ट्रांसफर-पोस्टिंग में बड़ा खेल...मलाईदार विभाग के 'मंत्री' हो रहे मालामाल

PATNA: बिहार में जून माह में बड़े स्तर से अधिकारियों का तबादला किया जाता है. हर साल जून में मंत्री के स्तर से ही ट्रांसफर-पोस्टिंग की प्रक्रिया पूरी की जाती है. ट्रांसफर में बड़े स्तर पर उगाही की भी शिकायत मिलती है. शिक्षा मंत्री के पास 10+2 संवर्ग के शिक्षकों की पोस्टिंग की फाइल 25-30 दिनों से अटकी पड़ी है. लेकिन शिक्षा मंत्री फाईल का निष्पादन नहीं कर रहे. नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने यह खुलासा किया है.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शिक्षा विभाग के 10+2 संवर्ग के शिक्षकों की पोस्टिंग इसी विभाग के प्रशासनिक संवर्ग में होनी है. जिसके लिए संचिका लगभग 25-30 दिन से शिक्षा मंत्री के पास रूकी पड़ी है। वे उस संचिका का निष्पादन क्यों नहीं कर रहे हैं, उनसे कारण पूछा जाना चाहिए। विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार में अधिकारियों का स्थानांतरण पदस्थापन उद्योग का रूप धारण कर चुका है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नियमानुसार जून माह में विभागीय मंत्री के स्तर से वर्ग 1 औऱ 2 के अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग होती है। इसके लिए सामान्य प्रशासन बिभाग का परिपत्र के द्वारा विस्तृत दिशा निर्देश भी जारी है। लेकिन उनका अनुपालन नहीं किया जाता है। भ्ष्ट अधिकारीगण पैसा के बल पर मलाईदार विभागों में कमाई की दृष्टि से महत्वपूर्ण जगह पर अपना पदस्थापन करा लेते हैं। जून आने से कुछ माह पूर्व अधिकारियों में मनचाही पोस्टिंग के लिए होड़ लग जाती है। वे विभिन्न विभागों के मंत्रियों और प्रधान सचिव के नजदीकी स्रोतों से संपर्क साधकर अपना मिशन पूरा करते हैं।
सिन्हा ने कहा कि मलाईदार विभागों के मंत्री जून माह में मालामाल हो जाते हैं। यहाँ अधिकारी पैसा देकर अपनी पोस्टिंग कराते हैं औऱ पदस्थापन के बाद वहां की जनता से कई गुणा वसूली करते हैं। माह जून में मुख्यमंत्री का भष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति शिथिल कर दी जाती है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, नगर विकास, राजस्व भूमि सुधार,ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, भवन निर्माण, जल संसाधन, सहित दर्जनों विभागों में अभी मालदार एवम रसूखदार लोग सक्रिय हो गये हैं। रोज़ नया डील किया जा रहा है। ईमानदार अधिकारियों को किनारे लगा दिया गया है। वे इस दौड़ से बाहर हो गए हैं, क्योंकि उनके पास खास जगह पर पोस्टिंग के लिये पैसा नहीं है।सिन्हा ने माँग की है कि मुख्यमंत्री जी को इस ट्रांसफर पोस्टिंग का खेल बंद करने हेतु शीघ्र कार्रवाई करनी चाहिए। पद पर बने रहने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा नीति और सिद्धान्त से समझौता कर लिया गया है, जिसके कारण बिहार में प्रशासनिक अराजकता व्याप्त हो गया है।