सड़क दुर्घटनाओं में शामिल वाहनों का रद्द होगा पंजीयन, एक साल में 68 सौ से अधिक लोगों की मौत

पटना। प्रदेश में लगातार हो रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने  दुर्घटना में दोषी वाहनों का अब रजिस्ट्रेशन रद्द करने का बड़ा फैसला लिया है।  इसके साथ ही चालक का लाइसेंस भी कैंसिल कर दिया जाएगा। परिवहन सचिव संजय अग्रवाल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई बैठक के बाद इस फैसले के बारे में अधिकारियों को निर्देश दिया। इसके साथ ही सरकार ऑटो और बस में ओवरलोडिंग को लेकर भी एक विशेष अभियान चलाने वाली है। जिलों में हेलमेट, सीट बेल्ट के साथ फिटनेस जांच अभियान में भी तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।

बता दें कि परिवहन सचिव ने हाल के दिनों में विभिन्न जिलों में हुई सड़क दुर्घटनाओं के कारणों एवं दुर्घटना के पश्चात की गई कार्रवाई के बारे में संबंधित जिलों के जिला परिवहन पदाधिकारी से जानकारी ली थी। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि त्रीसदस्यीय टीम दुर्घटनास्थल पर जाकर दुर्घटना की जांच कर त्वरित कार्रवाई करें। सड़क दुर्घटना में मृतक के परिजनों को थर्ड पार्टी इंश्योरेंस का लाभ मिल सके इस दिशा में भी कार्रवाई का निर्देश दिया गया।

कोरोना के चार गुना मौत सड़क हादसे में 

पिछले एक साल में कोरोना से जितनी मौतें नहीं हुई हैं उसकी चार गुना अधिक जान सड़क हादस में गई है। जहां कोरोना से एक साल में 1535 लोगों ने अपनी जान गंवाई है, वहीं सड़क हादसे में 6698 लोगों की मौत हुई है। 2019 में भी 7205 लोगों की मौत रोड एक्सीडेंट में हुई है। लगातार हो रहे हादसे सरकार के लिए चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। जिसके कारण अब सरकार को कड़े कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। 

सरकार भी कर रही अपील
बिहार की परिवहन विभाग की मंत्री शीला कुमारी ने लोगो से अपील की है कि वे दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट जरूर लगाएं। उन्होंने कहा कि जान कीमती है इससे खिलवाड़ न करें और अपने वाहन को तेज गति से ना चलाएं। बैठक के दौरान परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने सभी जिलों के जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन कराने के लिए जिलों में विशेष वाहन जांच अभियान चलाएं। खासकर हाइवे पर ओवरलोडिंग कर चलाए जा रहे आटो एवं बस को नियंत्रित करने के लिए सख्ती पूर्वक अभियान चलाएं।