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मुजफ्फरपुर में बिजली विभाग की टीम ने कंपनी में की छापेमारी, 3.61 करोड़ रूपये की पकड़ी बिजली चोरी, आरोपी पर दर्ज हुआ एफआईआर

मुजफ्फरपुर में बिजली विभाग की टीम ने कंपनी में की छापेमारी, 3.61 करोड़ रूपये की पकड़ी बिजली चोरी, आरोपी पर दर्ज हुआ एफआईआर

MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर विद्युत अंचल के संयुक्त जांच दल ने पियारहां असली पंचायत में औचक निरीक्षण के दौरान बड़ी बिजली चोरी का पर्दाफाश किया और दोषी के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कराया गया। बिजली चोरी रोकने के लिए दोनों डिस्कॉम कंपनियों की टीम ने छापेमारी तेज कर दी है। इसके लिए गठित टीमें विभिन्न जगहों पर औचक निरीक्षण कर रही हैं और चोरी करते पकड़े जाने पर उपभोक्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में गुरुवार (दो नवंबर) की मध्य रात्रि मुजफ्फरपुर विद्युत अंचल के संयुक्त जांच दल ने रात के लगभग सवा बारह बजे विद्युत उपभोक्ता विनोद जायसवाल के औद्योगिक परिसर मेसर्स मां भगवती स्पॉन्ज आयरन (उपभोक्ता संख्या 401472216; एचटी लाइन II) में छापा मारा। यहां लगभग तीन महीने से विद्युत चोरी की जा रही थी। उक्त परिसर ग्राम पोस्ट पखनाहा श्रीराम, पंचायत पियारहां असली, मीनापुर मुजफ्फरपुर में स्थित है।

बिजली चोरी की आशंका के आधार पर अधिकारियों द्वारा इस वर्ष 28 जून को उक्त उपभोक्ता का मीटर बदला गया था एवं निगरानी रखने हेतु संबंधित विद्युत शक्ति उपकेंद्र में एक चेक मीटर एंट्री प्वाइंट भी लगाया गया। साथ ही मुख्यालय स्थल पर इसकी जांच हेतु एक कमिटी बनाई गई एवं दो नवंबर की रात परिसर के मैनेजर अजय कुमार के समक्ष लगभग आठ घंटे तक चली छापेमारी के दौरान मीटर, मीटरिंग यूनिट एवं कंट्रोल केबल की जांच की गई। इस दौरान पाया गया कि मीटर से मीटरिंग यूनिट को जोड़ने वाले कंट्रोल केबल से छेड़छाड़ कर बिजली की चोरी को अंजाम दिया जा रहा था। इस चोरी से नॉर्थ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड को कुल तीन करोड़ साठ लाख बानवे हजार सात सौ उनचालीस रुपये की राजस्व क्षति का अनुमान लगाया गया है। दर्ज एफआईआर की कॉपी में उक्त उपभोक्ता द्वारा देय राशि लगभग 3.61 करोड़ रुपये है। दोषी पर विद्युत अधिनियम 2003 के धारा संख्या 135 के तहत एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

बीएसपीएचसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक संजीव हंस ने कहा की विद्युत चोरी के विरुद्ध डिस्कॉम कंपनियों की जीरो टॉलरेंस पॉलिसी है और हम इसके खिलाफ हम सख्त कदम उठा रहे हैं। इससे सिर्फ बिजली कंपनियों को राजस्व हानि नहीं है। बल्कि इससे समाज का सभी वर्ग प्रभावित होता है। सभी उपभोक्ताओं से आग्रह है कि बिजली चोरी के खिलाफ हमारे अभियान में सहयोग करें।

अधीक्षण अभियंता पंकज राजेश ने कहा कि ग्रिड में लगी मीटरिंग यूनिट से बिजली चोरी का पता चला और घंटों तक चली छापेमारी के  दौरान पता चला कि अंडरग्राउंड माध्यम से बाईपास लाइन जोड़ कर बिजली चोरी की जा रही थी। दोषी पर एफआईआर दर्ज कर दिया गया है और उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि बिजली चोरी से विद्युत कंपनी को ए टी एंड सी हानि होता है। यह एक गंभीर समस्या है और हम इसके समाधान हेतु हम सख्त कदम उठा रहे हैं। अधीक्षण अभियंता पंकज राजेश की नेतृत्व में जांच समिति में अजय कुमार, अधीक्षण अभियंता, एसटीएफ़ मुजफ्फरपुर अंचल; शसुजीत कुमार, अधीक्षण अभियंता एसटीएफ़ किशनगंज; जयप्रकाश  सिंह, कार्यपालक अभियंता शामिल थे।

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