PATNA: पूर्व आईपीएस अमिताभ दास ने बाहुबली विधायक अनंत सिंह से जान का खतरा बताया था। उन्होंने विधायक अनंत सिंह द्वारा हत्या कराए जाने की आशंका जता कर डीजीपी से सुरक्ईषा की गुहार लगाई थी। अमिताभ दास ने भय में आकर डीजीपी को पत्र लिखकर मुख्यालय से तत्काल दो गोरखा जवानों की मांग की थी।
उसके बाद डीजीपी ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया है।जानकारी के अनुसार पूर्व आईपीएस को तत्काल दो सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराने के आदेश दे दिए गए हैं।
बता दें कि अमिताभ दास ने हीं मार्च 2009 में बाहुबली विधायक अनंत सिंह के लदमा स्थित घर में ak-47 रहने की गोपनीय रिपोर्ट तत्कालीन बिहार निर्वाचन पदाधिकारी सुधीर कुमार राकेश को दी थी। वर्ष 2009 के पांच मार्च को तत्कालीन जमुई स्थित बीएमपी 11 के कमांडेंट व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने चुनाव आयोग को एक पत्र लिखा था। इसमें पूर्व आईपीएस अधिकारी ने लिखा था कि उन्हें सूचना मिली है कि अनंत सिंह के पास एके 56, मशीन गन और एके 47 जैसे अत्याधुनिक हथियार उपलब्ध हैं। इस चिट्ठी को आईपीएस अधिकारी ने चुनाव आयोग को दिया था।
IPS ने चुनाव के दौरान हथियार मंगवाने की कही थी बात
आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने अपनी चिट्ठी में यह जिक्र किया था कि अत्याधुनिक हथियारों को विधायक ने लोकसभा चुनाव के दौरान इस्तेमाल करने के लिए मंगाया था।
आईपीएस को सरकार ने जबरन किया है रिटायर
आईपीएस अधिकारी रहे अमिताभ कुमार दास को 2018 में हीं ज़बरन सेवानिवृत्ति दे दी गई थी . केंद्रीय गृह मंत्रालय की सहमति मिलने के बाद राज्य सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया था. 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी दास उस समय एसपी सह सहायक नागरिक सुरक्षा आयुक्त थे.