पटना में ’’फाइब्रोस्कैन लीवर’’ जांच और जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन, डॉ. दिवाकर तेजस्वी बोले- फैटी लीवर से होती है लीवर की खराबी

पटना में ’’फाइब्रोस्कैन लीवर’’ जांच और जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन, डॉ. दिवाकर तेजस्वी बोले- फैटी लीवर से होती है लीवर की खराबी

PATNA : आज पब्लिक अवेयरनेस फॉर हेल्थफुल एप्रोच फॉर लिविंग (पहल) एवं विश्व हेपेटाईटिस एलाईन्स के तत्वाधान में  ’’फाइब्रोस्कैन लीवर’’ जॉच एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन डॉ0 दिवाकर तेजस्वी क्लिनिक, नेमा पैलेस, एक्जीविशन रोड, पटना में किया गया। जिसमें 50 लोगों की निःशुल्क "फाइ्रब्रोस्कैन लीवर’’ जॉच की गयी। जिनमें 20 लोगों में फैटी लीवर की शिकायत पायी गयी।

 

इस अवसर पर ’’पहल’’ के चिकित्सा निदेशक एवं वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ0 दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि फैटी लीवर- लीवर की खराबी का एक प्रमुख कारण है। जिसे खान-पान में परिवर्तन, व्यायाम एवं चिकित्सीय देख-रेख में दवाई के द्वारा नियंत्रण में रखा जा सकता है। डॉ0 तेजस्वी ने फैटी लीवर ग्रेड-III एवं IV को अत्यंत गंभीर बताया तथा तत्काल चिकित्सीय सलाह लेने की बात कही। 

उन्होंने कहा की निष्क्रिय जीवन शैली एवं अत्यधिक कैलोरी एवं चर्बीयुक्त भोजन करने से फैटी लीवर की समस्या हो सकती है। लीवर शरीर के बैटरी का कार्य करता है। यह ग्लूकोज से बनने वाले ग्लाइकोजन को संग्रहित करता है एवं आवश्यकता होने पर ग्लाइकोजन ग्लूकोज में परिवर्तित होकर शरीर के लिए इंधन का कार्य करता है। 

उन्होंने कहा की लीवर ही पदार्थों का ’विषहरण’ (Detoxification) भी करता है तथा रक्त का थक्का बनाने के लिए आवश्यक रसायनों एवं प्रोटीन का संश्लेषण करता है। लीवर के बचाव हेतु अनावश्यक दवाओं के प्रयोग से बचना चाहिए तथा शुद्ध खाना एवं शुद्ध पेयजल का सेवन करना चाहिए।

Find Us on Facebook

Trending News