लूटपाट के लिए हुई फाइनेंस कर्मी की हत्या, पांच गिरफ्तार, पुलिस ने बताया कौन है मास्टर माइंड

NAUGACHHIA : – परवत्ता थाना क्षेत्र के गरैया गांव के पास 14 नंबर सड़क पर शनिवार को हुए पूर्णियां के टीकापट्टी निवासी फाइनेंसकर्मी नकुल कुमार पासवान की हत्या अपराधियों ने लूट पाट के क्रम में कर दी थी. पुलिस ने घटना का उद्भेदन करते हुए संलिप्त पांच अपराधियों को गिरफ्तार कर लेने का दावा किया है. गिरफ्तार आरोपियों में रंगरा के चापर निवासी अखिलेश कुमार उर्फ अकला मंडल, इस्माइलपुर के छोटी परवत्ता निवासी दीपक कुमार, सिंटू कुमार, अभिषेक कुमार, डूलो कुमार है.
पुलिस ने अपराधियों के पास से कुल 34900 रूपये की नगदी, दो देशी कट्टा, दो खोखा, एक बिंडोलिया, मृतक फाइनेंसकर्मी का बैग, बायोमैट्रिक डिवाइस, घटना में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल भी बरामद किया है. नवगछिया के एसपी सुशांत कुमार सरोज ने हत्याकांड की बाबत परवत्ता थाना परिसर में एक प्रेस वार्ता का आयोजन कर पूरी कहानी का जिक्र किया है. एसपी ने कहा कि पुलिस ने 24 घंटे के अंदर लूटी गयी सामग्री, अवैध हथियारों को बरामद किया है.
देखैं की छैं रै अकला, मार न गोली…गाड़ी ले के भाग रे दीपका
फाइनेंसकर्मी की हत्या की घटना को अपराधियों ने बड़ी ही सफाई और योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया था. लेकिन अपराधी घटना के क्रम में एक दूसरे को कोसन दे रहे थे. यही चूक अपराधियों को उसके किये की सजा तक पहुंचाने में मददगार साबित हुआ. घटना सुबह 8.45 बजे की थी. इस कारण सड़क के आस पास कई किसान, मजदूर अपने अपने काम में लगे थे. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना के क्रम में अपराधियों ने एक दूसरे को कोसन देते हुए कहा कि ,देखैं की छैं रै अकला, मार गोली…गाड़ी ले के भाग रै दीपका. हत्याकांड के उद्भेदन की दिशा में अपराधियों द्वारा बोले के इस तरह के वाक्य की उन्हें सलाखों के पीछे भेजने में साहायक सिद्ध हुआ.
मालूम हो कि घटना के कुछ देर बाद ही स्थल पर पहुंचे एसपी ने जब घटना स्थल का मुआयना किया तो उन्होंने सभी पदाधिकारियों को वहां के स्थानीय लोग प्रत्यक्षदर्शियों से बात कर घटना की जानकारी लेने का निर्देश दिया था. जिसके बाद परवत्ता थाने के पुलिस पदाधिकारियों ने बिना समय गंवाते हुए पूछताछ शुरू कर दी थी. जबकि तत्काल नवगछिया के एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ दिलीप कुमार के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया. इस एसआईटी के नवगछिया पुलिस जिले के तेज तर्रार पुलिस पदाधिकारियों को शामिल किया गया.
दीपक की पहली गिरफ्तारी के बाद मिले सुराग
प्रेस वार्ता में सुशांत कुमार सरोज ने बताया कि दीपक की गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने पूछ ताछ की तो उसके निशानदेही पर दीपक के घर से मृतक का मोबाइल और लूटी गयी कुल रकम में दीपक के हिस्से की कुल 10 हजार रूपये की नगदी और उसकी निशानदेही पर मृतक का बैग, टूटा हुआ बायोमैट्रिक डिवाइस बहियार से बरामद किया गया. दीपक के घटना के संदर्भ में कई पूरी कहानी का जिक्र पुलिस के साथ साझा किया. जिसके बाद हत्याकांड की पूरी कहानी परत दर परत खुलती चली गयी. अकला के पास से भी पुलिस ने लूट के हिस्से की रकम कुल 10500 रूपया और एक बिना नंबर की मोटरसाइकि को बरामद किया. जबकि डूलो नाम के अपराधी ने लूट के हिस्से की रकम मिलने के बाद नौ हजार रूपये में एक नया मोबाइल खरीद लिया था.
पुलिस ने उसके पास से एक नया मोबाइल और नौ सौ रूपये की नगदी बरामद की है. डूलो के निशानदेही पर ही पुलिस ने घटना में प्रयुक्त दो देशी कट्टा और कारतूस बरामद किया था. लूट के हिस्से की रकम मिलने के बाद अभिषेक कुमार ने गांव के ही एक दुकानदार को दो हजार रूपया दे कर अपना उधार चुकता कर दिया था जबकि पुलिस ने उसके पास से दो हजार रूपये की नगदी बरामद की है. सिंटू कुमार के पास से पुलिस ने पांच सौ रूपये की नगदी और घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल बरामद किया है.
पुलिस द्वारा जानकारी दी गयी है कि दीपक, अकला और डूलो, दीपक गोली मारने की घटना में संलिप्त था जबकि अभिषेक और सिंटू ने घटना में सूत्र धार का काम किया था. दोनों ने अपराधियों को फाइनेंसकर्मी के संदर्भ में जानकारी दी थी और सूत्रधार का काम किया था. एसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी बहियार में एक जुट हुए थे. वहां पर सबों ने लूट की रकम का बंटवारा किया और वहीं पर बायोमैट्रिक डिबाइस और बैग को फेंक दिया था. जिसे दीपक की निशानदेही पर बरामद किया गया था. पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार किये गये सभी अपराधियों ने अपने इकबाइलिया बयान में अपना जुर्म कबूल किया है. मामले में स्पीडी ट्रायल चला कर सजा दी जायेगी. एसपी ने कहा कि 24 घंटे के अंदर हत्याकांड का उद्भेदन किया गया लेकिन घटना र्दुभाग्यपूर्ण है.
मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने का भेजा जायेगा प्रस्ताव
नवगछिया के एसपी सुशांत कुमार सरोज ने कहा कि मृतक अनुसुचित जाति से थे. इस कारण सरकार के प्रावधान के अनुसार पुलिस द्वारा मृतक के परिजनों के मुआवजा दिलवाने के लिए प्रस्ताव भेजा जायेगा और इस दिशा में पुलिस पदाधिकारी पहल भी करेंगे. कांड के उदभेदन में गठित एसआईटी में एसडीपीओ दिलीप कुमार, परवत्ता थानाध्यक्ष योगेश कुमार, गोपालपुर थानाध्यक्ष नीरज कुमार, इस्माइलपुर थानाध्यक्ष एजाज रिजवी, कदवा ओपी के थानाध्यक्ष नरेश कुमार, ढोलबज्जा थानाध्यक्ष प्रभात कुमार, थानाध्यक्ष खरीक सुबेदार पासवान, नदी थाने के थानाध्यक्ष मुकुंद मुरारी, रामचंद्र यादव, सतीशचंद्र सिंह, पंकज कुमार, चंदन कुमार दूबे, जयप्रकाश पंडित समेत सशस्त्र पुलिसबल भी शामिल थे