Aurangabad : जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां वन विभाग द्वारा कई महादलित परिवारों के झोपड़ियों को गिरा दिया गया। वन विभाग के इस कार्रवाई के बाद ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। घटना जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के महुआवा गांव की है।
ग्रामीणों का कहना है कि हम यहा तकरीबन पचासों साल से इस जमीन पर रहते आ रहे है। जब हम सभी लोग सुबह खेती में काम करने चले गये तो वन विभाग द्वारा हमलोगो के कई घरों को गिरा दिया गया। जब इसकी सूचना हम लोग को मिला तो हम सारे लोग अपने घर के पास पहुंचे तो देखा कि बन विभाग मेरा घर गिरा रहा था जिसका हम सबो ने जमकर विरोध किया तो जाकर कई घरों को छोड़ा गया।
ग्रामीणों का कहना है कि हमारे गांव के ही कुछ दबंगों ने पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर इस तरह की घटना का अंजाम दिलवाया है, जिसमे वन विभाग के अधिकारी भी संलिप्त है। जब कि कोट से ऐसा किसी तरह का आदेश नही निकल गया है। पीड़ित परिवारों का कहना है कि हम गरीबो पर दबंगों के साथ मिलकर वन विभाग भी जुल्म कर रहा है।
वहीं इस मामले पर वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि जानकारी मिली कि हमारे बन विभाग के जमीन पर कुछ महादलित परिवार के लोगो के द्वारा झोपड़ी लगा कर कब्जा किया जा रहा है। जिसे अतिक्रमणमुक्त कराया गया है। ग्रामीणों द्वारा लगाया जा रहा आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है।
औरंगाबाद से डीएन मोरयार की रिपोर्ट