पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद ने पीएम मोदी पर लगाया आरोप, कहा मुद्दों से भटकाने के लिए लोगों को कर रहे गुमराह

पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद ने पीएम मोदी पर लगाया आरोप,

DARBHANGA : पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता डॉ. शकील अहमद एक दिवसीय दौरे पर दरभंगा पहुंचे। परिसदन में पत्रकारों से बात करते हुए क्रेंद्र सरकार पर जमकर हमला करते हुए कहा कि लॉ कमिश्नर ने लिखकर दे दिया कि यूनिफॉर्म सिविल कोड संभव नहीं है। लेकिन प्रधानमंत्री ने खुद शुरू कर दिया है। इसका एक मकसद है की भ्रष्टाचार का जो आरोप अडानी को लेकर प्रधानमंत्री पर है, इस पर लोग बहस नहीं करें। बेरोजगारी पर बहस नहीं करें।

वही उन्होंने कहा कि 18 साल में किसानों की आमदनी आज के तारीख में सबसे कम है। जबकि वादा किया था कि हम 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी कर देंगे। 45 सालों में बेरोजगारी हमारे नौजवानों की सबसे अधिक है। सेना को पेंशन नहीं देना पड़े। इसके लिए परमानेंट बहाली खत्म कर के 4 साल के लिए अग्निवीर ला दिया। इसलिए इस पर कोई चर्चा ना करे। अभी हमारा एक अग्निवीर शहीद हुआ। उसको कोई शहीद का दर्जा नहीं मिला। उसकी लाश भी नहीं आई। परिवार के लोग जाकर उसकी लाश लेकर आए। इस तरह के मुद्दे से लोगो को भटकाने के लिए तरह तरह के बहस शुरू कर दी गई है।

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वही उन्होंने कहा कि एक दूसरा मुद्दा प्रधानमंत्री ने शुरू कर दिया। इंडिया बनाम भारत। अभी एनसीईआरटी को निर्देश दिया गया है कि जहां-जहां इंडिया है। उसको हटाकर भारत कर दिया जाए। हमारे संविधान के शुरुआत में ही लिखा हुआ है इंडिया का मतलब भारत। यानि जो इंडिया है वहीं भारत है। वही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कागज पर ही सही कम से कम 10 योजनाएं मेक इन इंडिया खेलो इंडिया आदि इंडिया के नाम से जारी की है। लेकिन आज कह रहे है कि PFI में इंडिया लगा हुआ है। इसलिए ऐसा किया गया है। लेकिन ऐसा नहीं है यह सिर्फ इसलिए किया गया। क्योंकि विरोधी गठबंधन का नाम इंडिया बनता है।

वही शकील अहमद ने कहा कि प्रधानमंत्री का सिर्फ एक मकसद है कि हमारे क्रियाकलाप पर चर्चा ना हो। गैर जरूरी मुद्दों पर देश के लोग चौक चौराहा पर चर्चा करें। हमारा जो भ्रष्टाचार का आरोप है अदानी मामले को लेकर। तो उस भ्रष्टाचार पर लोग चर्चा ना करें। लोग बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महंगाई पर चर्चा ना करें। जब हमारी सरकार गई थी। तब 400 सौ रुपया सिलेंडर था। अभी 11 सौ 12 सौ मूल्य पर बहस ना हो। इसलिए उन्होंने यूनिफॉर्म सिविल कोड, इंडिया का नाम बदल दीजिए। लेकिन इनकी सरकार की नीति को हिंदुस्तान की जनता समझ चुकी है और आगामी लोकसभा के चुनाव में यहां जनता मुहतोड़ जवाब देने का काम करेगी।

दरभंगा से वरुण ठाकुर की रिपोर्ट