बिहार के गोपालगंज जिले में डॉक्टर व अस्पतालकर्मियों की लापरवाही के कारण एक गर्भवती महिला समेत उसके तीन नवजात शिशु की मौत हो गयी। कुचायकोट थाना के रामपुर माधो गांव में घटना की सूचना पहुंचते ही वहां मातम पसर गया। चीख-पुकार से पूरा माहौल गमगीन हो गया। वहीं, इस मामले पर थानाध्यक्ष अवधेश कुमार का कहना है कि अगर परिजनों द्वारा शिकायत मिलती है तो आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जायेगी। इधर, इस घटना के बाद से ही चिकित्सक और कर्मचारी अस्पताल छोड़कर फरार हो गये हैं। घटना से आक्रोशित गांववालों का कहना है कि दोषी चिकित्सक व अस्पतालकर्मियों के खिलाफ कड़ी-से-कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। बताया जा रहा है कि कुचायकोट थाना क्षेत्र के रामपुर माधो गांव निवासी विजय कुमार राम की पत्नी नीलम देवी गर्भवती थी।
शनिवार की रात उन्हें प्रसव पीड़ा शुरू हुई। आनन-फानन में परिजनों ने
क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता से संपर्क किया। आशा कार्यकर्ता ने मरीज की गंभीर हालत
का हवाला देकर गोपालगंज के एक निजी अस्पताल में महिला को भर्ती करा दिया।
अस्पताल
में चिकित्सक ने देर रात महिला के पेट का ऑपरेशन कर दिया और महिला के तीनों
नवजातों को बाहर निकाला। परिजनों का आरोप है कि कुछ देर बाद ही महिला और नवजात बच्चों
की स्थिति बिगड़ने लगी। इसके बाद चिकित्सक भी मरीजों को उनके हाल पर छोड़कर भाग
निकले। थोड़ी देर में एक-एक कर तीनों बच्चों और महिला की मौत हो गयी। परिजनों ने
बताया कि जब जच्चा-बच्चा की स्थिति बिगड़ी तो उन्हें सदर अस्पताल में जाने के
लिए मजबूर किया गया।