BANKA : बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग ने दारोगा (अवर निरीक्षक), परिचारी एवं सहायक अधीक्षक (कारा) के पदों पर के लिए अभ्यर्थियों का अंतिम परिणाम गुरुवार को घोषित कर दिया। जिसमें कई युवाओं ने कामयाबी हासिल की है। इन्हीं कामयाब लोगों की सूची में एक नाम अभिषेक सिंह शामिल है। जो फिलहाल बांका मंडल कारा में कक्षपाल के तौर पर काम कर रहे हैं. लेकिन अपनी मेहनत से अभिषेक ने अपने नाम के आगे से कक्षपाल हटा दिया है और उसी जेल विभाग में सहायक अधीक्षक के पद के लिए चुने गए हैं. जबकि, इसी जेल की महिला सिपाही प्रीति कुमारी व चंदन कुमार एसआई बने। जेल विभाग में ही कक्षपाल से सीधे जेल अधीक्षक बनने पर मंडल कारा के सुपरिटेडेंट सुजीत कुमार राय ने भी अभिषेक को बधाई दी है। उन्होंने इसे मेहनत का परिणाम बताया है।
जेलर ने कहा कि इससे यह साबित होता है कि कौन कहां किस पद पर जाएगा, कोई नकार नहीं सकता। बस केवल मेहनत व खुद पर भरोसा होना चाहिए। कोई भी मंजिल दूर नहीं है। यह सब तीन होनहारों ने साबित कर दिया। सभी बंदी भी खूब मेहनत कर पढ़ें, उन्हें सारी सुविधाएं दी जा रही है। जेल उपाधीक्षक निर्मल कुमार प्रभात ने कहा कि मेहनत करने वालों की सफलता हमेशा कदम चूमती है।
जेल में बंटी मिठाइयां
सहायक अधीक्षक बने अभिषेक सिंह का मूल घर सीवान जिला के कोरारा है। एसआई बने चंदन पिता ब्रह्मदेव मंडल सुपौल जिला के खापसदानंदपुर गांव के हैं। वहीं इस सफलता से गदगद जेल अधीक्षक सुजीत कुमार राय ने पूरे जेल में मिठाई बांटा। साथ ही एक लघु आयोजन कर जेल के सहायक अधीक्षक बने अभिषेक सिंह को फूल माला पहनाकर सम्मानित किया। जेल अधीक्षक ने कहा कि जेल के तीन सिपाहियों का अधिकारी के पद पर चयनित होना, सचमुच गौरव व प्रेरणा की बात है।