GAYA : जिला पदाधिकारी गया डॉ. त्यागराजन एसएम द्वारा आज समाहरणालय स्थित सभागार में स्वास्थ विभाग की मासिक समीक्षा बैठक की गई। बैठक में जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अनुमंडलीय अस्पताल, समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित अन्य स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, हेल्थ मैनेजर सभी सीडीपीओ सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित हुए।
आईएफए गोली वितरण की समीक्षा में सिविल सर्जन ने बताया कि हर गर्भवती महिला को 180 गोलियां आयरन की तथा 360 गोलियां कैल्शियम की देनी होती है। इसमें मोहनपुर एवं टनकुप्पा काफी काम प्रगति पर है। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी सरकारी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं को चार एएनसी चेकअप करवाया जाता है। चेकअप में कोई लापरवाही नही बरतें। गर्ववती महिलाओं को सभी आवश्यक दवाएं उपलब्ध करवाए। चेकअप में आने वाले सभी गर्भवती महिलाओं का अनिवार्य रूप से हीमोग्लोबिन की जांच करें वैसी महिला जिनका हीमोग्लोबिन कम है, उन गर्भवती महिलाओं पर संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखंड हेल्थ मैनेजर विशेष रूप से फोकस रखें एवं उन्हें आवश्यक दवाएं उपलब्ध करवाते हुए खिलवाना सुनिश्चित करें।
एएनसी रजिस्ट्रेशन के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने अपने अपने क्षेत्र के सभी आशा को निर्देश दिए कि गर्भवती महिलाओं का सर्वे का कार्य गुणवत्ता पूर्ण करें तथा गर्भवती महिलाओं का एएनसी जांच नियमित रूप से करवाएं। उन्होंने कहा कि जिले में इंस्टीट्यूशनल डिलीवरी की प्रगति कम है इसके लिए ग्रामीण स्तर पर और अधिक जागरूक एवं बढ़ावा देने की आवश्यकता है। इमामगंज, अतरी, गुरारू एव बोधगया में इंस्टीट्यूशनल डिलीवरी काफी कम रहने पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त किया है।
गर्भवती महिलाओं का होम डिलीवरी के संबंध में जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि वैसा कोई निजी अस्पताल जो स्वास्थ्य विभाग से रजिस्टर या एफिलिएटिड है उन संबंधित अस्पतालों में HMIS पोर्टल के माध्यम से होने वाले प्रसव संबंधित जानकारी पोर्टल पर अपलोड करे। वर्तमान में ज़िले के 60 प्राइवेट अस्पताल द्वारा HMIS पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है।
बच्चो को दिए जाने वाले फुल्ली इम्यूनाइजेशन के समीक्षा में फतेहपुर में मात्र 52% प्रगति रहने पर डीएम ने नारागजी जाहिर करते हुए moic एव bhm का वेतन बंद करने का निर्देश दिया है।
जेई टीकाकरण के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने कहा कि वैसे प्रखंड या टोले जो अब तक प्रथम डोज या कैचअप डोज में छूटे हुए हैं, उन्हें अधिकतम 7 दिनों के अंदर वैक्सीनेशन का कार्य शत प्रतिशत पूर्ण कराने का निर्देश दिए। स्पेशल ड्राइव चलाकर 100% टीकाकरण करवाये। कोई टोला न छुटे, इसे सुनिश्चित करवाये। छुटे हुए बच्चो का लाइन लिस्ट तैयार करे। सुअर पालन क्षेत्रो में दवाओं का छिड़काव तेजी से पूर्ण करवाये।
डीएम ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि सभी moic, सभी bhm, सभी आशा/ एएनएम/ सभी मुखिया जी के साथ बैठक कर जे ई टीकाकरण के बारे में बतावे साथ ही सुअर पालन क्षेत्र के बारे में भी जानकारी ले, बैठक में प्राप्त होने वाले टोलो को विशेष रूप से दवा का छिड़काव एव आस पास के क्षेत्रों के बच्चो को जे ई टीकाकरण करवाये।
दवा के समीक्षा के दौरान सिविल सर्जन गया द्वारा बताया गया कि जिले में किसी भी प्रकार की दवा की कोई कमी नहीं है यदि किसी स्वास्थ्य केंद्र में दवा की कमी है तो जिला मुख्यालय से दवा का उठाव कर ले।
हीट वेब की समीक्षा में डीएम ने सभी moic एव bhm को निर्देश दिया कि अपने अस्पताल हीट वेब संबंधित sop के अनुरूप पूरी तैयारी रखे। phc, aphc एव सब सेन्टर पर भी बेड की व्यवस्था रखे। साथ ही ice box एव आइस पैक की पूरी व्यवस्था रखे। डीएम ने निर्देश दिया कि अगले 1 माह तक जब तक हीट वेब की असंका है तब तक हर दिन सुबह 07 बजे अपने संबंधित phc से सभी एएनएम जा कर अपने aphc एव सब सेन्टर के लिये आइस बॉक्स एव आइस पैक का उठाव करते रहे। ताकि हीट वेब के मरीज का क्विक उपचार हो सके। सभी आशा को पर्याप्त ors उपलब्ध रखवाये। इसके अलावा सभी प्रकार के आवश्यक दवाओं की उपलब्धता रखे। ज़िले में ors की कोई कमी नही है, अपने आवश्यकता अनुसार जिला मुख्यालय से ओआरएस की मांग कर सकते हैं।
उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि हीट वेव से संबंधित मरीजों का क्विक इलाज के लिए सभी पंचायत वार एक-एक वाहन को चिन्हित कर एम्बुलेंस के तर्ज पर विशेष परिस्थिति में कार्य करने हेतु ड्राइवर का मोबाइल नंबर एवं नाम उपलब्ध रखने को कहा है। बैठक में सिविल सर्जन, डीपीएम हेल्थ, सहित सभी अस्पतालों के moic, bhm सहित अन्य डॉक्टर उपस्थित थे।
REPORT - PUSHKAR PRAVIN