GAYA : सरकार द्वारा धार्मिक स्थल खोलने की अनुमति के बाद करबला को सेनिटाइज़ कर गेट खोला गया. इस मौके पर करबला के खादिम डॉ. सयेद शाह शब्बीर आलम ने बताया की मज़ार के अन्दर श्रद्धालुओं का जाना मना है. सरकार का आदेश है किसी भी धर्म स्थल के अन्दर धार्मिक चीज़ों जैसे मज़ार,मुर्ति,धार्मिक ग्रंथ को छूना मना है.
इससे कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी के बढ्ने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिय मज़ार की जाली को बंद कर दिया गया है. बाकी ज़ायेरिन जाली के बाहर से फतेहा पढ़ सकते हैं और दुआ मांग सकते हैं. उन्होने बताया की करबला का गेट खोलने के बाद चादर पोशी कर दरुद का नज़राना पेश किया गया. शहर के अलग अलग हिस्से से लोग आये हुए थे.
इस मौक़े पर डॉ सयेद शब्बीर आलम ने दुआ मांगी की कोरोना वायरस जैसी बिमारी से निजात मिले और जल्द से जल्द रोज़ मर्रा की ज़िन्दगी आसान हो जाए. इमाम बाड़ा ट्रस्ट के मेम्बर मसूद मंज़र ने बताया की MHA के गाईडलाइन के अनुसार करबला को खोला गया है.
साथ ही यहां सेनिटाइज़ और थर्मल स्क्रीनिंग की भी व्यवस्था की गई है. इस मौक़े पर इमाम बाड़ा ट्रस्ट बोर्ड के मेम्बर मसूद मंज़र, इरशाद अली खान,रामजी अगरवाल अधिवक्ता मौजूद थे.
गया से मनोज कुमार की रिपोर्ट