PATNA : बिहार में बड़ा उद्योग बन चुके बालू के कारोबार में न सिर्फ अवैध बालू खनन करनेवाले माफिया सरकार को नुकसान पहुंचा रहे हैं। बल्कि उन कंपनियों जिन्हें सरकार ने खनन का ठेका दिया है, वो भी सरकार को धोखा दे रहे हैं। ऐसी ही कंपनियों में शामिल है मेसर्स ब्रॉडसन कॉमोडिटिज प्राइवेट लिमिटेड। जिस पर बालू खनन में 83 करोड़ से भी ज्यादा के गबन का मामला सामने आया है। मामले में आर्थिक अपराध इकाई, बिहार पटना द्वारा अब कंपनी के निदेशकों के विरूद्ध दर्ज कोतवाली (पटना) थाना धारा-406/409/420/120 (बी) के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई है।
प्रवर्तन निदेशालय ने दी गड़बड़ी की जानकारी
उल्लेखनीय है कि प्रवर्तन निदेशालय, क्षेत्रीय कार्यालय पटना के द्वारा पटना एवं भोजपुर जिले में बालू के बंदोबस्तधारी मेसर्स ब्रॉडसन कॉमोडिटिज प्राइवेट लिमिटेड, डॉ हिमांशु कॉम्प्लेक्स, ब्लॉक रोड कोईलवर चौक आरा के विरुद्ध बालू के कारोबार में बरती जा रही अनियमितताओं के लिए दर्ज काण्डों में निहित राशि की PMLA 2002 के तहत अनुसंधान के क्रम में माह फरवरी 2020 से अगस्त 2020 के मध्य कुल मूल्य 83,52,45,060/- रूपये के बालू का प्रेषण बिना चालान का उपयोग किये जाने के संबंध में खान एवं भू-तत्व विभाग, बिहार, पटना एवं अन्य को सूचना दी गई।
खनन विभाग ने दर्ज कराई शिकायत
तदोपरान्त खनिज विकास पदाधिकारी, जिला खनन कार्यालय, पटना के द्वारा बालू के बंदोबस्तधारी मेसर्स ब्रॉडसन कॉमोडिटिज प्राइवेट लिमिटेड, डॉ हिमांशु कॉम्प्लेक्स, ब्लॉक रोड कोईलवर चौक आरा के निदेशकों के विरूद्ध विना परिवहन चालान के अवैध रूप से बालू का प्रेषण कर सरकारी राजस्व को मूल्य 83.52,45.068/- रूपये की क्षति पहुंचाने के आरोप में काण्ड दर्ज कराया गया है।
ईओयू के डीएसपी करेंगे जांच
मामले की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए इस काण्ड का अग्रतर अनुसंधान आर्थिक अपराध इकाई, बिहार, पटना में तात्कालिक प्रभाव से ग्रहण करते हुए इस काण्ड का अनुसंधानकर्ता पुलिस उपाधीक्षक स्तर के पदाधिकारी को नियुक्त किया गया है तथा काण्ड के अनुसंधान के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश एवं मार्गदर्शन दिये गये हैं। आर्थिक अपराध इकाई के वरीय स्तर से इस कापड के अनुसंधान का सतत् अनुश्रवण किया जा रहा है।