नालंदा- शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक कड़क अधिकारी माने जाते हैं. वे दफ्तर में बैठकर फैसला नहीं लेते ,शिक्षा विभाग का एसीएस केके पाठक के बने के बाद सुर्खियों में है. पाठक के बारे में कहा जाता है कि वे जिस विभाग के प्रभार में रहे, उस विभाग को सुधार दिया . वहीं केके पाठक लगातार बिहार के स्कूलों का दौरा कर रहे हैं. पाठक लगातार शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं. इसी क्रम में नालंदा पहुंचे अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने अधिकारियों से कहा कि विद्यालयों की स्थिति को सुघारें. उन्होंने कहा कि वैसे विद्यालय को चिन्हित करें जहां सुविधाओं का अभाव होने के साथ पठन-पाठन का कार्य ठीक नहीं है. उसकी रिपोर्ट अगले दो दिनों में राज्य मुख्यालय भेजें हर हाल में शिक्षा व्यवस्था सुधारनी चाहिए.
इसके पूर्व राजगीर परिषदन में अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने एक बैठक की, जिसमें जिले के शिक्षा विभाग के सभी बड़े अधिकारी उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि स्थापना एवं लेखा विभाग से इस वित्तीय वर्ष में 25 करोड़ की राशि राजभर के स्कूलों को जारी किया गया है. पाठक ने दो टूक शब्दों में कहा कि एक अप्रैल से किसी विद्यालय में कोई बच्चा जमीन पर नहीं बैठेगा.
पाठक ने अधिकारियों को कड़े शब्दों में कहा कि बच्चों को बेंच के अलावा अन्य सुविधा उपलब्ध कराये. उन्होंने कहा कि विभाग के पास राशि की कमी नहीं है. जरूरत है राशि को सही ढंग से खर्च कर विद्यालय में इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने की. उन्होंने कहा कि पठन-पाठन की गुणवत्ता बरकरार रखें.
राज की रिपोर्ट