हमास ने इजरायल पर हमला किया तो दुनिया के कई देशों ने इजरायल को कदम का समर्थन किया.लेकिन अरब देशों ने न तो हमास का समर्थन किया और न हीं विरोध. वे तटस्थ रहकर शांति की अपील करते रहे. इजरायली हमले के बाद अरब देश खुलकर हमास के समर्थन में आ गए हैं. फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने बीते हफ्ते इस्राइल पर हमला कर 1300 लोगों की जान ले ली. हमास के हमले की बर्बरता पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि इन लोगों यानी हमास के सामने अल कायदा भी पवित्र लग रहा है. ये लोग राक्षस हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने इस्राइल के साथ खड़े होकर कोई गलती नहीं की है. ब्राइडेन ने कहा कि सेक्रेटरी ऑफ स्टेट एंटनी ब्लिंकन इजरायल से लौटे हैं और सेक्रेटरी ऑफ डिफेंस लॉयड ऑस्टिन इजरायल में हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि इस्राइल के पास अपनी सुरक्षा और जवाबी कार्रवाई के लिए कोई कमी ना रहे. हमास पर इजरायल के हमले की खबर दुनियाभर में सुर्खियां बन रही हैं तो अब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने हमास को अल-कायदा से भी खूंखार और बर्बर बताया है. बाइडन ने कहा कि जितना हमें हमास के हमले के बारे में पता चल रहा है, यह उतना ही डरावना होता जा रहा है. हजार से ज्यादा मासूम लोगों की जान चली गई, जिनमें 27 अमेरिकी भी शामिल हैं. अमेरिका खुलकर इजराल के साथ खड़ा है तो 22 अरब देशों के समूह अरब लीग ने इजरायल की खुलकर निंदा की है. बेंजामिन नेतन्याहू शासन ने गाजा का बिजली, खाना, पानी बंद कर दिया है.इजराल के युद्ध शुरू होते हीं अरब देशों की परेशानी भी बढ़ गई है. हमास पर इजरायल के विरोध में फिलिस्तीन के अनुरोध पर अरब देशों के विदेश मंत्रियों ने मिस्र के काहिरा में अरब काउंसिल की मीटिंग बुलाई गई. अरब मंत्रियों ने इजरायल से अपने फैसले वापस लेने की अपील की.बता दें इजरायली रक्षा मंत्री ने गाजा पट्टी के बिजली पानी सप्लाई काटने के आदेश दिए थे. इसके बाद से फिलिस्तीनी शहर में हालात और बदतर हुए. पूरे शहर में अंधरा व्याप्त है.
लेबनान के हस्तक्षेप से बढ़ी चिंता
वहीं इजराइल का लेबनान के साथ दो युद्ध हो चुका है. तो सीरिया ने फ़िलिस्तीनी आतंकवादी समूहों की मेजबानी की है और उन्हें इज़राइल के खिलाफ काम करने की अनुमति दी है. बता दें साल 1967 में इज़राइल द्वारा कब्जा किया गया सीरियाई क्षेत्र गोलान हाइट्स एक विवादास्पद मुद्दा बना हुआ है. ईरान और हिजबुल्लाह के साथ सीरिया के जुड़ने से क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है. यह उन पाँच अरब देशों में से एक था जिन्होंने 1948 में यहूदी राष्ट्र द्वारा स्वतंत्रता की घोषणा के बाद इज़राइल पर हमला किया था. 1973 के योम किप्पुर युद्ध में सीरिया ने मिस्र के साथ मिलकर इज़राइल पर एक आश्चर्यजनक हमला किया, लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ा था.
मिस्र इज़राइल के साथ दो युद्धों में शामिल रहा. लेकिन 1979 कैंप डेविड समझौते के बाद औपचारिक रूप से इज़राइल को मान्यता देने वाला पहला अरब देश बन गया. मिस्र ने अक्सर इसराइल और हमास सहित फिलिस्तीनी गुटों के बीच मध्यस्थ के रूप में काम किया है. मिस्र की सीमा गाजा पट्टी से लगती है, जिस पर हमास का नियंत्रण है. मिस्र ने 1993 में ओस्लो समझौते में मध्यस्थता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसने फिलिस्तीनी स्वशासन के लिए आधार तैयार किया. ओमान ने आतंकवादी समूह हमास द्वारा नियंत्रित फिलिस्तीनी क्षेत्रों विशेष रूप से गाजा पट्टी को मानवीय सहायता प्रदान की है. ओमान अक्सर इज़राइल और फिलिस्तीनियों के बीच बातचीत में मध्यस्थ के रूप में कार्य करता है. तो वहीं सऊदी अरब ने फिलिस्तीनी समूहों को राजनयिक और वित्तीय सहायता की पेशकश करते हुए फिलिस्तीनी मुद्दे का समर्थन किया है. वहीं सऊदी अरब अमेरिका की मध्यस्थता वाले एक समझौते पर हस्ताक्षर करने की मुहाने पर खड़ा है, जिसके तहत वह पहली बार इजरायल स्टेट को मान्यता देगा.
मुस्लिम देशों का हमास को समर्थन
मुस्लीम देशों के हमास को समर्थन देने पर चिंता बढ़ रही है तो वहीं इजरायल ने शुक्रवार को उत्तरी गाजा में रहने वाले करीब 11 लाख लोगों से इस क्षेत्र को खाली कर दक्षिणी गाजा की ओर चले जाने के निर्देश के बादद फलस्तीनियों का उत्तरी गाजा छोड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है. बाकी बचे लोगों को इलाके से निकलने के लिए इजरायल ने छह घंटे का अल्टीमेटम दिया है. इजरायली सेना के इस आदेश के बाद संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी कि भीड़भाड़ वाले गाजा की लगभग आधी आबादी को निकालना विनाशकारी होगा. इस दौरान UN ने इजरायल के अपने इस आदेश को वापस लेने का भी आग्रह किया. उत्तरी गाजा को छोड़ने का आग्रह करते हुए इजरायली सेना ने कहा कि उसने गाजा शहर के आसपास हमास के भूमिगत ठिकानों को निशाना बनाने की योजना बनाई है. वहीं, हमास ने इजरायली सेना के इस आदेश को नजरअंदाज करने को कहा है. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि गत शनिवार को इजराइल पर हमास के ''वीभत्स आतंकी हमलों'' में 1,200 से अधिक लोगों की मौत हो गई और हजारों अन्य घायल हो गए. इसके बाद गाजा में भीषण बमबारी में 1,800 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों अन्य घायल हुए हैं.
वहीं इजरायली हमले में हमास आतंकवादी समूह का एक सीनियर कमांडर मारा गया है. इजरायली सेना के हवाले के अनुसार हवाई हमले में हमास के हवाई विंग का प्रमुख मुराद अबू मुराद की मौत हो गई है. इजरायली एयरफोर्स ने हमास के एक मुख्यालय को निशाना बनाया था, जहां से आतंकी संगठन अपनी हवाई गतिविधि को नियंत्रित करता था. अबू मुराद ने पिछले सप्ताह नरसंहार के दौरान आतंकवादियों को निर्देश देने में बड़ी भूमिका निभाई थी. उसी के कहने पर हैंग ग्लाइडर के सहारे हमास के लड़ाके इजरायल में प्रवेश किया था.
हमास आतंकियों ने पार कीं दरिंदगी की हदें, महिला को नग्न कर करवाई परेड
वहीं हमास की बर्बरता भी लगातार उजागर हे रही है. हमास के आतंकियों ने दरिंदगी की हदें पार कर दीं. हमास आतंकियों ने इजरायल में घुसपैठ के बाद सबसे पहले आम लोगों को निशाना बनाना शुरू किया. लोगों को खुलेआम गोली मारने के अलावा आतंकी महिलाओं को किडनैप किया. वहीं हमास आतंकियों ने एक विदेशी महिला को बंधक बना लिया, इसके बाद उसे निर्वस्त्र करके एक वाहन पर रख दिया, आतंकियों ने महिला की परेड करवाई. सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें फिलस्तीनी 'अल्ला हु अकबर' के नारे भी लगा रहे हैं. महिला एक जर्मन नागरिक है जो कि म्यूजिक पार्टी में हिस्सा लेने के लिए इजरायल आई थी. बता दें कि घटना के जो वीडियो सामने आए हैं वे बेहद घिनौने हैं, आतंकी महिला पर थूक भी रहे हैं. महिला की पहचान शानी लौक के रूप में की गई है। महिला की मां ने घटना पर शोक व्यक्ति करते हुए आतंकियों से अपील की है कि कम से कम वे उनकी बेटी का 'शव' वापस कर दें.
इजरायल के प्रधानमंत्री ने भी गाजा को तबाह करने की चेतावनी दी है. जवाबी हमले में गाजा में भी बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी मारे गए हैं. बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि गाजा पट्टी पर हमास के आतंकियों के साथ सेना युद्ध लड़ रही है. उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन को ऐसा जवाब मिलेगा कि उसने कल्पना नहीं की होगी.इजरायली प्रधानमंत्री ने कहा था कि हमास ने युद्ध शुरु किया है लेकिन अंत इसका हम करेंगे.
इजरायल और फिलिस्तीन के बीच की जंग के एक हफ्ते होने वाले हैं.एक-एक धमाका महायुद्ध के दरवाजे पर खड़ा होता दिख रहा है. इजरायल के लड़ाकू विमान, गरजती तोपें और मिसाइलें गाजा पट्टी पर हमास के ठिकानों को निशाना बना रही हैं. वहीं हमास के लड़ाकों की तरफ से रॉकेटों की बारिश ने इजरायल को दहला कर रख दिया था. हमास का पूरा नाम हरकत अल मुकावमा अल इस्लामिया है की रणनीति रही कि इजरायल पर हमला कर वे मुस्लीम देशों का समर्थन हासिल कर लेंगे. फिलहाल इजरायल के हमले से गाजापट्टी दहला हुआ है, देखना होगा यह युद्ध आगे कौन सा रुख अख्तियार करता है.