वह मेरे चाचा थे,हैं और हमेशा रहेंगे, एनडीए में शामिल होने के बाद चिराग ने पारस को बताया पिता के समान, क्या अब खत्म हो जाएगा दोनों के बीच का विवाद ?

DELHI/ PATNA : वह मेरे चाचा थे, हैं और हमेशा रहेंगे। मेरे पिता के जाने के बाद मैंने उनमें ही अपने पिता की छवि देखी है। मैं आज भी उनका उतना ही सम्मान करता हूं। चिराग पासवान ने यह सभी बातें दिल्ली में मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान कही है। दरअसल, चिराग पासवान इन दिनों दिल्ली में हैं। पिछले सोमवार को उन्होंने ने गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात कर एक बार फिर एनडीए में शामिल होने का फैसला लिया है। वहीं आज एनडीए की होने वाली बैठक में शमिल होने से पहले चिराग पासवान ने प्रेस कांफ्रेंस कर मीडियाकर्मियों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि नीतीश कुमार जिस भी पार्टी के साथ गठबंधन में रहेंगे। उनके लिए नुकसान ही होगा।
बता दें कि, चिराग पासवान ने कहा कि एनडीए में हमारी पार्टी औपचारिक तौर पर पुनः जुड़ गई है। और हम बिहार में मजबूती से आने वाले लोकसभा चुनाव को लड़ेंगे ताकि 40 के 40 सीट एनडीए के खाते में जाए। उन्होंने कहा कि पिछली बार एक चुक हो गई थी। इस बार वह नहीं करना है। हमारी कोशिश रहेगी की हम मजबूती से चुनाव लड़े और एनडीए गठबंधन को जीत दिलाएं। चिराग ने विश्वास दिलाते हुए कहा कि बिहार में 40 की 40 सीटे एनडीए गठबंधन ही जीतेगी। 2025 में स्थाई और पूर्ण एनडीए की सरकार बिहार में बनेंगी। लोक जनशक्ति रामविलास अब एनडीए की मजबूत साथी है।
वहीं हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे के सवाल पर चिराग पासवान ने कहा कि, हाजीपुर शुरू से ही मेरे लिए प्रमुख रहा है। इस विषय में गंभीरता से इस पर चर्चा हुई है। और मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि 2024 लोकसभा चुनाव में हाजीपुर से लोकजनशक्ति पार्टी रामविलास के ही प्रतिनिधि चुनाव लड़ेंगे। इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने कहा कि सीटों पर सकात्मक चर्चा हुई है। सभी अधिकारियों से बातचीत कर यह निर्णय लिया गया। जो रिस्पांस जन समर्थन हमें मिल रहा है, वह एक मजबूत शक्ति है। हम बिहार से क्लीनचीट लेकर रहेंगे।
चिराग पासवान ने नीतीश कुमार कर निशाना साधते हुए कहा कि, वह जिस भी गठबंधन में रहेंगे उसकी लिए नुकसान ही करेंगे। जो बिहार को समझता है वह यह समझता है कि अब नीतीश कुमार पर जनता को विश्वास नहीं है। सभी आक्रोश में है और जनता को अब उनपर विश्वास नहीं है। अपने चाचा पारस को लेकर चिराग ने कहा कि जितने भी आरोप लगाए वह मेरे चाचा है मुझ से बड़े हैं, वह मेरे चाचा थे, हैं और हमेशा रहेंगे। मेरे पिता के जाने के बाद मैंने उन में ही अपने पिता की छवि देखी है। मैंने 2 सालों में अपने चाचा के खिलाफ अपने भाई के खिलाफ ना ही कोई टिप्पणी करी है ना ही करूंगा। उनके लिए मेरे मन में सम्मान आज भी है। उम्र में मुझ से बड़े है वह डांटना चाहे जो बोलना चाहते हैं बोल सकते हैं।
चिराग ने कहा कि अकसर लोग उनके चाचा के लिए कमेंट में बूरा बोलते गैं। वह देखकर मुझे बहुत अफसोस होता है। अपने चाचा के आरोपों को लेकर कहा है उनको बाहर में ऐसा नहीं कहना चाहिए गठबंधन में रह कर करें। वहीं चाचा के साथ गठबंधन करने को लेकर कहा कि, वह बड़े हैं जो फैसला चाहे ले सकते हैं ले। जनता का विश्वास बहुत बड़ी है।