बगहा में अनुमंडल अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ अस्पताल के सफाईकर्मियों का विरोध, दुर्व्यवहार का लगाया आरोप

BAGAHA: पश्चिम चंपारण के बगहा अनुमंडल अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ अस्पताल के सफाई कर्मी विरोध कर रहे है। सफाईकर्मी सफाई के कार्यों को ठप कर दिए है। जिससे अस्पताल परिसर में कूड़े कचरे का अंबार फैल गया है। बताया जा रहा कि सफाईकर्मी 5 माह से मानदेय लंबित होने से नाराज हैं। साथ ही सफाई कर्मियों ने चिकित्सक और कर्मियों पर भी दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। मामले में दोषी चिकित्सक और कर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर अस्पताल में सफाई कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन किया है। बगहा अनुमंडलीय अस्पताल मे अनुमंडलीय अस्पताल के सफ़ाई कर्मियों ने चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों के दुर्व्यवहार व विगत पांच माह से मजदूरी भुगतान लंबित रहने के विरोध में गोलबंद होकर नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रदर्शन किया और अस्पताल की साफ सफाई व्यवस्था को पूरी तरह ठप कर दिया है।

वहीं एक सफ़ाई कर्मी ने अस्पताल के बाहर सफ़ाई कर कूड़े पात्र में रखा कूड़ा करकट को बाहर बिखरे दिया। जिससे अस्पताल प्रवेश व निकास में मरीज व परिजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। बता दें कि कूड़ा करकट इस कदर अस्पताल के बाहर  फैला था कि लोगों को कचरे के वास और गंदगी से करीब दो घंटे तक परेशान रहे और अस्पताल के अंदर और बाहर सफ़ाई व्यवस्था चरमरा गई है। इसकी सूचना जैसे ही अस्पताल प्रभारी उपाधीक्षक डॉक्टर तारीक नदीम को मिली उन्होंने गम्भीरता से लेते हुए अस्पताल में पहुंचे। 

मरीज और परिजनों को किसी प्रकार की संक्रमण बीमारी का शिकार नहीं होना पड़े जिसको देखते हुए नगर परिषद बगहा के कार्यपालक पदाधिकारी कमलेश कुमार प्रसाद को नगर परिषद के सफाई कर्मियों से अस्पताल के बाहर और परिसर में सफ़ाई कराया गया। वहीं अस्पताल उपाधीक्षक ने बताया कि अस्पताल में मरीजों का चिकित्सीय उपचार सुचारू ढंग से हो जिसको देखते हुए वैकल्पिक तौर पर साफ सफाई की व्यवस्था के लिए अलग से सफाई कर्मियों की व्यवस्था करने की बात कही गई।

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 बता दें कि, अस्पताल में साफ सफाई के लिए विभागीय स्तर पर अमित द्विवेदी एनजीओ संस्था को जिम्मेदारी दी गई है। एनजीओ संस्था के सुपरवाइजर मनीष कुमार सफाई कर्मी मुखिया रावत सोनेलाल, रावत लालबाबू, राऊत सविता देवी, देवंती देवी, रानी देवी, गीता देवी ने बताया कि हम सब विगत दस वर्षों से सफाई एनजीओ के माध्यम से अस्पताल में साफ सफाई करते आ रहे हैं। इधर मानक के अनुरूप अस्पताल की साफ-सफाई एवं कूड़े कचरे का उठाव करते हैं। इसके बावजूद अस्पताल के चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बेवजह प्रताड़ना किया जाता है एवं दुर्व्यवहार से तंग आकर सभी ने गोलबंद होकर साफ सफाई व्यवस्था को ठप कर दिया है। 

इन लोगों का कहना है कि हम भी मानव हैं। हम लोगों के साथ भेदभाव और दुर्व्यवहार करना कहां से उचित है। जबतक अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा हम लोगों के साथ दुर्व्यवहार करना बंद नहीं किया गया तबतक हम सब सफाई के लिए वापस नहीं लौटेंगे। वहीं इस बावत प्रभारी उपाधीक्षक से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि सफाई कर्मियों द्वारा चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों पर बेवजह दुर्व्यवहार का आरोप लगाया गया है जोकि बेबुनियाद और निराधार है।