दिल्ली के करोल बाग इलाके में बुधवार की सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जब एक पुराना मकान अचानक भरभरा कर ढह गया। घटना सुबह 9:11 बजे की है, जब इमारत का एक हिस्सा अचानक गिर पड़ा। चारों ओर चीख-पुकार मच गई, और मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इमारत के मलबे में कई लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई है। दमकल विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्य शुरू कर दिया। मौके पर पहुंचे प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यह इमारत काफी पुरानी थी और इसकी हालत बेहद खराब थी, जिसके चलते यह हादसा हुआ। स्थानीय लोगों ने भी बचाव कार्य में पूरी ताकत झोंक दी है, ताकि मलबे में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके। अभी तक इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
यह घटना दिल्ली के लोगों के दिलों में डर पैदा कर रही है, क्योंकि इससे पहले 13 सितंबर को भी नबी करीम इलाके में एक दरगाह की दीवार गिरने से एक व्यक्ति की जान चली गई थी। घटना के बाद दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट दीपक मीना ने मृतकों के परिजनों के लिए 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और पूरी तरह क्षतिग्रस्त मकानों के लिए 1.20 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है। साथ ही, हादसे में मारे गए पशुओं के लिए भी मुआवजे का ऐलान किया गया है।
इस दर्दनाक घटना पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि प्रभावित परिवारों को और अधिक आर्थिक सहायता दी जाए और इस मामले में लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए। करोल बाग का यह हादसा दिल्ली की पुरानी इमारतों की खस्ता हालत और प्रशासन की लापरवाही पर सवाल खड़े कर रहा है। क्या इस तरह की घटनाएँ रुकेंगी या फिर और जानें इसी तरह दांव पर लगती रहेंगी?