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बेगूसराय में शर्मसार हुई मानवता, अब किशोर के साथ हुआ 'गैंगरेप', पुलिस और अस्पताल का दिखा हैरान करने वाला रवैया

बेगूसराय में शर्मसार हुई मानवता, अब किशोर के साथ हुआ 'गैंगरेप', पुलिस और अस्पताल का दिखा हैरान करने वाला रवैया

बेगूसराय. मानवता को शर्मसार करने वाली कुछ घटनाएं हमारे समाज के एक वर्ग के नैतिक पतन को दर्शाती हैं. उस पर ताज्जुब तब होता है जब दिल दहलाने वाली घटनाओं में भी पुलिस मामला दर्ज करने में आनाकानी करती है. इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक मामला बेगूसराय में प्रकाश में आया है जहाँ एक किशोर से बदमाशों ने अप्राकृतिक यौनाचार किया. पीड़ित जब परिजनों के साथ थाने में शिकायत कराने पहुंचा तो पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी. यहां तक कि पुलिस में मामला दर्ज नहीं होने के कारण अस्पताल में भी उपचार करने से मना कर दिया. अंततः जब जिले के एसपी के संज्ञान में मामला आया तब जाकर पुलिस भी सक्रिय हुई और अस्पताल में भी उपचार शुरू हुआ. 

अप्राकृतिक यौनाचार का यह मामला बेगूसराय के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के पानगाछी के पास की बताई जाती  है. बताया जाता है कि मटिहानी थाना क्षेत्र का रहने वाला नाबालिक लड़का शहर के कपड़ा दुकान में काम करता था। काम कर 25 तारीख की रात्रि को लगभग 8:00 बजे वह साईकिल से अपने घर को लौट रहा था. पानगाछी के पास लगभग एक दर्जन कि संख्या में बदमाशों ने उसे पकड़ लिया और बगीचे में ले जाकर उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार काम किया. इस दौरान उसे कई बार जान से मारने की धमकी भी दी गई. अप्राकृतिक यौनाचार करते समय वीडियो बनाकर उसे धमकी दिया कि अगर किसी को बताएगा तो वीडियो वायरल कर देंगे.

घटना के बाद पुलिस की कार्यशैली में भी लापरवाही का आरोप लगा है. नाबालिक न्याय के लिए मटिहानी थाना और मुफस्सिल थाना का चक्कर लगाते हुए अस्पताल पहुंचा जहां डॉक्टरों ने भी पहले इलाज करने से मना कर दिया. अस्पताल की ओर से कथित रूप से कहा गया कि यह पुलिस का मामला है लेकिन पुलिस ने थाना से उसे लौटा दिया. मीडिया के आने के बाद सदर अस्पताल में फिलहाल पीड़ित का इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज किया जा रहा है।   

वही मीडिया द्वारा पूछे जाने पर बेगूसराय पुलिस कप्तान ने घटना की निंदा करते हुए उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है. वहीं पुलिस के इस रवैये के बाद जिले के लोग अब सवाल उठा रहे हैं कि अगर सभी कार्य पुलिस कप्तान के आदेश के बाद ही होगा तो फिर बेहतर पुलिसिंग के डीजीपी के दावे का क्या होगा. हालांकि पुलिस कप्तान के आदेश के बाद मुफस्सिल थाने की पुलिस सदर अस्पताल में आकर घटना की जानकारी पीड़ित के परिजनों से ली है।  


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