पटना- राज्यपाल और शिक्षा विभाग के बीच टकराव कम होने का नाम नहीं ले रहा है. विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक सोमवार को भी कुलाधिपति सह राज्यपाल के बुलावे पर राजभवन नहीं पहुंचे. यह दूसरा मौका था जब राजभवन के बुलावे पर केके पाठक बैठक में नहीं गए. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर आधे घंटे तक इंतजार करते रहे.
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बारे में कहा जा रहा है कि वे न तो सीएम नीतीश कुमार की सुन रहे हैं और न ही राज्यपाल की. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू ने इसको लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को पत्र भेजकर राजभवन आने को कहा था. राजभवन में अपर मुक्य सचिव केके पाठक को 10 बजे पहुंचना था. राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू ने इसको लेकर आईएएस केके पाठक को पत्र भेजकर राजभवन आने को कहा था. तीस मिनट इंतजार करने के बाद राज्यपाल एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रवाना हो गए.
बता दें राजभवन और शिक्षा विभाग के बीच विश्वविद्यालयों के मुद्दे पर टकराव चल रहा है. केके पाठक ने फरवरी और मार्च महीने में कई बार यूनिवर्सिटी के वीसी समेत अन्य पदाधिकारियों की बैठक बुलाई. बैठक में कोई वीसी शामिल नहीं हुए. राज्यपाल ने उन्हें बैठक में जाने की अनुमति नहीं दी थी. इसके बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए पाठक के विभाग ने कुलपतियों के वेतन और विश्वविद्यालयों के खाते पर रोक लगा दी थी. इससे वीसी भी पाठक से खासे नाराज चल रहे हैं.
आईएएस अफसर केके पाठक जिस सरकार के अपर मुख्य सचिव हैं उस सरकार के संवैधानिक प्रमुख राज्यपाल हैं. राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से मिलने के लिए स्पष्ट बुलावे के बावजूद पाठक का राजभवन नहीं जाने को आकिर क्या माना जाए. पाठक के नहीं आने के बाद राज्यपाल आगे क्या करेंगे, देखना बाकी है.