NAWADA : सदर अस्पताल की तरफ से मिलनेवाला एंबुलेंस का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो सबसे पहले उसके पेट्रोल-डीजल के बारे में जानकारी हासिल कर लें। संभव है कि गाड़ी में इंधन ही न हो। ऐसा इसलिए कि क्योंकि अस्पताल प्रबंधन की तरफ से यहां के एंबुलेंसों में तेल ही उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है।
सोमवार को ऐसा ही एक मामला सामने आया है। सदर अस्पताल नवादा से विम्स पावापुरी के लिए रेफर मरीज व उनके तीमारदारों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। एंबुलेंस के लिए उन्हें घंटों भटकना पड़ा और प्रबंधन की नाकामी का खामियाजा भुगतना पड़ा। बताया गया कि सोमवार को कौआकोल प्रखंड क्षेत्र के कटनी गांव निवासी रामवृक्ष सिंह की 65 वर्षीय पत्नी ललिता देवी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में दाखिल कराया गया था। उनके कमर की हड्डी टूट गई थी।
फोन पर कहा एंबुलेंस में तेल नहीं है
प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें विम्स पावापुरी के लिए रेफर कर दिया। तब मरीज के पुत्र प्रमोद सिंह ने मोबाइल पर 102 एंबुलेंस के टाल फ्री नंबर पर संपर्क किया। सामने से काव्या नामक एक महिला कर्मी ने बात की। उन्होंने मरीज की पूरी जानकारी लेने के बाद कहा कि नवादा सदर अस्पताल स्थित 102 एंबुलेंस में तेल नहीं है। इसलिए यह एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई जा सकती है।
मरीज को स्ट्रेचर पर लेकर भटकते रहे तीमारदार
एंबुलेंस के लिए मरीज के लिए तीमारदार इधर-उधर भटकते रहे। स्ट्रेचर पर बुजुर्ग मरीज को लेकर अस्पताल में चक्कर काटते रहे। तब उन्होंने सिविल सर्जन के मोबाइल पर संपर्क किया। सीएस ने अस्पताल उपाधीक्षक से बात करने को कहा। इसके बाद तीमारदारों ने उपाधीक्षक से बात की। जिसके बाद उन्हें एंबुलेंस उपलब्ध करा दिया गया।