PATNA: बिहार में पूर्वीचंपारण जिला हॉट बन गया है। जिला परिषद अध्यक्ष चुनाव से ही धन बल का प्रदर्शन शुरू हुआ है। अब विधानपरिषद चुनाव में धन की ताकत का अहसास कराने की तैयारी है। धन के बल पर हुए जिप अध्यक्ष चुनाव के बाद अब पूर्वी चंपारण की विप सीट पर भी कई बड़े थैली वाले नजर गड़ाये हुए हैं। राजद की तरफ से कई दावेदार मैदान में हैं। एक संभावित प्रत्याशी ने तो बजाप्ता जिलाध्यक्ष से अपने नाम का ऐलान भी करा लिया। हालांकि राजद प्रदेश नेतृत्व ने विप प्रत्याशी के तौर पर किसी उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगने की बात को ही सिरे से खारिज कर दिया है। चुनाव इस मायने में भी खास हो गया है कि संभावित प्रत्याशियों में धनबल के मामले में एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ मची है।
पूर्वीचंपारण में काफी ऊंचा हुआ रेट
पूर्वीचंपारण विप सीट पर राजद की तरफ से कई संभावित उम्मीदवार हैं। बताया जाता है कि सभी चारो संभावित उम्मीदवार वोटर यानी पंचायत प्रतनिधियों को पक्ष में करने में लगे हैं. इसको लेकर पंचायत प्रतिनिधियो को प्रलोभन भी दिया रहा है। यह सब गुप्त तरीके से जारी है। पैसे के बल पर प्रतिनिधियों को साधने की कोशिश की जा रही है। खबर तो यह भी है कि राजद के दो संभावित प्रत्याशियों व पूर्व माननीयों ने तो रेट भी खोल दिये हैं। एक-एक जनप्रतिनिधि को शुरूआत में 5 से लेकर 10 हजार रू देकर पाले में किया जा रहा है। वहीं जिले के एक बड़े और नामी वकील साहब जो राजद के संभावित प्रत्याशी हैं उन्होंने रेट को काफी उंचा कर दिया है। जानकार बताते हैं कि वकील साहब ने रेट को 25k हजार तक कर दिया है।अगर इससे भी बात नहीं बनी तो इससे ऊपर भी दिया जा सकता है यानी पूरे तौर पर थैली का मुंह खोल दिया गया है। पूर्वी चंपारण विप चुनाव की राजनीति को नजदीक से समझने वाले जानकारों का कहना है कि इस बार जिला परिषद अध्यक्ष की तरह विधान परिषद चुनाव में भी धनबल का खुल्लम-खुल्ला प्रयोग होगा। क्यों कि इस बार आम कार्यकर्ता नहीं बल्कि बड़े थैली वाले ही मैदान में होंगे। वकील साहब के नजदीकी लोगों ने साफ कहा कि उनपर चुनाव लड़ने का दबाब है। जहां तक धनबल का सवाल है तो वे किसी से कम नहीं है। हर हाल में वे चुनाव लड़ेंगे और अपनी ताकत का अहसास करायेंगे।
चुनाव से पहले मोतिहारी का राजनैतिक तापमान बढ़ा
विधानपरिषद लोकल बॉडी की पूर्वी चंपारण सीट पर 2015 में बीजेपी के बबलू गुप्ता चुनाव जीते थे। उन्होंने राजद प्रत्याशी कलावती देवी को हराया था। हालांकि उस समय रेणु सिंह भी निर्दलीय चुनाव लड़ी थी। त्रिकोमात्मक लड़ाई में बीजेपी समर्थित बबलू गुप्ता ने बाजी मार ली थी। एक बार फिर से चुनाव का बिगुल बजने वाला है। संभावित प्रत्याशी भीतर ही भीतर चुनावी तैयारी में जुटे हैं। लेकिन इस बार की लड़ाई बीजेपी के लिए आसान नहीं दिखती है। पूर्वीचंपारण सीट पर राजद की तरफ से कई नामों की चर्चा है। उनमें पूर्व विधायक बबलू देव, महेश्वर सिंह, वकील पप्पू दूबे व शिक्षाविद आलोक शर्मा के नामों की चर्चा है। वैसे सभी संभावित कैंडिडेट टिकट को लेकर अपने चहेते को पकड़े हुए हैं। राजद के सभी संभावित प्रत्याशियों का दावा है कि उनका टिकट पक्का है।
राजद ने कर दिया क्लीयर-उम्मीदवार के नाम पर निर्णय नहीं
विप चुनाव को लेकर राजद भले ही किसी उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया हो लेकिन अंदर ही अंदर तैयारी जारी है। बुधवार को एक संभावित प्रत्याशी ने तो बजाप्ता मोतिहारी में अपने नाम का ऐलान भी करा लिया। राजद के जिलाध्यक्ष ने उनके नाम पर मुहर लगाई। यह खबर जैसे ही राजद प्रदेश नेतृत्व को हुई इसके बाद खंडन जारी किया है। प्रदेश कार्यालय की तरफ से पत्र जारी कर कहा गया कि अभी किसी के नाम पर मुहर नहीं लगी है। नाम का ऐलान प्रदेश अध्यक्ष की तरफ से होगा। राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह एवं तिरहुत प्रमंडल के संगठन प्रभारी धर्मेंद्र पटेल ने कहा कि आगामी विधान परिषद स्थानीय निकाय के उम्मीदवार का कोई निर्णय नहीं हुआ है. निर्णय होने पर प्रदेश अध्यक्ष उचित समय पर नाम का ऐलान करेंगे . ऐसे में अन्य व्यक्ति द्वारा स्थानीय स्तर पर कोई भी घोषणा भ्रामक व तथ्यहीन है।
बीजेपी से इन दो नामों की चर्चा
अगर पूर्वीचंपारण सीट पर सत्ताधारी बीजेपी की बात करें तो दो नामों की चर्चा है। एक तो सीटिंग व निवर्तमान एमएलसी बबलू गुप्ता व दूसरे इसी समाज से आने वाले राजेन्द्र गुप्ता का। जानकार बताते हैं कि मोतिहारी के सांसद व बीजेपी के बड़े नेता राधामोहन सिंह से बबलू गुप्ता से भीतर ही भीतर नाराज हैं। इसका खामियाजा कहीं न कहीं बबलू गुप्ता को उठाना पड़ सकता है। अब एक चर्चा यह है कि राजेन्द्र गुप्ता बीजेपी की तरफ से प्रत्य़ाशी हो सकते हैं।