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सिंगापुर में चिराग पासवान ने उद्योगपतियों के साथ BITO और " बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट " पर किया विचार विमर्श, बताया कैसे खो रहा राज्य अपना गौरवशाली इतिहास

सिंगापुर में चिराग पासवान ने उद्योगपतियों के साथ BITO और " बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट " पर किया विचार विमर्श, बताया कैसे खो रहा राज्य अपना गौरवशाली इतिहास

PATNA: लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान सिंगापुर में आयोजित बिहार इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (वीटो)  द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार के समावेशी विकास और बदलाव के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आगे आने की अपील की। चिराग ने कहा कि बिहार में जब तक आर्थिक विकास को लेकर उद्योग आधारभूत संरचना और शिक्षा स्वास्थ्य और कृषि को विकसित नहीं किया जाएगा तब तक बिहार का विकास संभव नहीं है।

चिराग ने बिहार की छवि को बदलने की जरूरत बतायाI चिराग ने कहा कि देश के अन्य प्रदेशों में बिहार के लोगों को गलत दृष्टिकोण से देखा जाता है, जबकि बिहार का एक स्वर्णिम इतिहास रहा है। देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में बिहार के नालंदा विश्वविद्यालय की चर्चा होती रही है। जिसके माध्यम से बिहार प्रांत ने पूरे विश्व में शिक्षा का सबसे पहले अलख जगाया था। बिहार गणतंत्र की धरती रही है। सबसे पहला गणतंत्र के लिए बिहार के वैशाली को आज भी याद किया जाता है। कृषि के क्षेत्र में देखें तो अपार संभावनाएं हैं। कई ऐसे कृषि उत्पाद हैं। जिनके अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अच्छी कीमतें मिल सकती हैं। बावजूद सुविधा के अभाव में उन्हें बाजार के अभाव  में किसानों को उनका वाजिब लागत मूल्य नहीं मिल पाता।

बिहार  सरकार की गलत नीतियों के कारण आज बिहार पूरे देश ही नहीं बल्कि विश्व में बिहार शर्मसार हो रहा है। आज बिहारी को बिहार से बाहर अपमानित होना पड़ रहा है। चिराग ने कहा कि हमें आज  दलित महादलित और अगड़े पिछड़ी में बांटने की कवायद जारी है जबकि मैं मानता हूं कि अगले पिछड़ी में बांटने से ज्यादा अच्छा हमें बिहारी होने पर गर्व होना चाहिए। चिराग ने 2020 में अकेले चुनाव लड़ने को बिहार की स्वाभिमान के लिए जरूरी बताया। चिराग ने बिहार के राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव को लेकर जातीय समीकरण बनने पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि समीकरण के बल पर वह सरकार तो बना लेते हैं लेकिन बिहार की स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है और बिहार पीछे जा रहा है। चिराग ने बिहार के उस प्रतिभा की भी चर्चा की जिसकी बदौलत देश और देश के बाहर विदेशों में भी आर्थिक व्यवस्था में अच्छी भागीदारी बिहार के लोग निभा रहे हैं। बावजूद सारी प्रतिभा के बावजूद भी बिहार राज्य पिछड़ गया है।

चिराग ने आगे कहा कि इसी व्यवस्था को दुरुस्त करने और बदलने के लिए मेरी पार्टी बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट के विजन के साथ बिहार के समेकित और समावेशी विकास करना चाहती है। उन्होंने बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर बेहद चिंता जाहिर करते हुए कहा कि बिहार में कोई भी आज समृद्ध परिवार अपने प्रदेश में बच्चों को पढ़ने से डरता है यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। चिराग पर्यटन को लेकर बिहार में अपार संभावनाओं की चर्चा की बिहार में तमाम धर्म के उद्गम की बात कही। चिराग ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बन सकता है तो क्यों नहीं माता सीता की धरती सीतामढ़ी में उनका भव्य मंदिर बनना चाहिए। साथ ही सिंगापुर में राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान  ने उद्योगपतियों के साथ BITO और " बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट " पर विस्तार से विचार विमर्श किया।

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