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बिहटा -औरंगाबाद रेलवे लाइन परियोजना को शुरू करने के लिए बढ़ी मांग, 6 से होगी बिहटा में अनिश्चितकालीन रेलवे ट्रैक जाम

बिहटा -औरंगाबाद रेलवे लाइन परियोजना को शुरू करने के लिए बढ़ी मांग, 6 से होगी बिहटा में अनिश्चितकालीन रेलवे ट्रैक जाम

PALIGANJ: बिहटा -औरंगाबाद रेलवे लाइन परियोजना को यथाशीघ्र शुरू करने के लिए बिहटा -औरंगाबाद रेलवे लाइन संघर्ष समिति द्वारा घेरा डालो डेरा डालो अभियान के तहत 6  दिसंबर से बिहटा में संघर्ष समिति की होने वाले अनिश्चितकालीन रेलवे लाइन जाम (रेल रोको )करने लिए जनजागरण अभियान के तहत औरंगाबाद से बिहटा तक 119 किलोमीटर की महापदयात्रा संघर्ष समिति के मुख्य संयोजक राजेंद्र यादव, चंसंयोजक चंदन कुमार वर्मा के नेतृत्व में पदयात्रियों की बड़े पैमाने पर चल रही टीम आज पालीगंज पहुंच गई। आज रात्री जयप्रकाश आश्रम में विश्राम के बाद कल सुबह बिहटा के लिए प्रस्थान करेगी।

मिली जानकारी अनुसार 17 वर्षों से केंद्र सरकार द्वारा उपेक्षित रहे लंबित पड़े रहे बिहटा -औरंगाबाद रेलवे लाइन परियोजना को यथाशीग्र शुरू करने के लिए बिहटा - रेलवे लाइन संघर्ष समिति का गठन किया गया। जो कि समय-समय पर इस परियोजना को शुरू करने के लिए संघर्ष करते हुए जन जागरण अभियान के तहत समय समय पर आंदोलन चलाते हुए आ रही है, कभी अनिश्चितकालीन आमरण अनशन तो कभी पदयात्रा, तो कभी रेल रोको अभियान ,जोकि औरंगाबाद, बिहटा, पालीगंज से लेकर हाजीपुर और दिल्ली के जंतर मंत्र तक आंदोलन जारी रही लेकिन केंद्र सरकार के कानो में जु तक नहीं रेंग रही है। यह अति महत्वकांक्षी  बिहटा -औरंगाबाद रेलवे लाइन परियोजना पटना जिले से लेकर अरवल, जहानबाद, औरंगाबाद, आरा, रोहतास समेत आधा दर्जन जिलों को जोड़ने के साथ साथ यह पाटलीपुत्रा,जहानाबाद औरंगाबाद और कराकाट समेत चार लोकसभा संसदीय क्षेत्रों के लगभग 70 लाख की आबादी को सीधे लाभान्वित करेगी। फिर भी यह परियोजना खटाई में अटकी पड़ी हुई, इतनी महत्वपूर्ण यह परियोजना को केंद्र सरकार ने ठंडा बस्ती में डाल रखी है।

सनद रहे बिहटा -औरंगाबाद रेलवे लाइन परियोजना के लिए सबसे पहले 1980 में तत्कालीन सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे स्वर्गीय चंद्रदेव प्रसाद वर्मा ने आवाज उठाई थी। उसके बाद प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी के मन्त्रीमंडल में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री रहे नीतीश कुमार ने इसकी घोषणा की थी। UPA -1 की मनमोहन सिंह सरकार में तत्कालीन रेल मंत्री रहे लालू प्रसाद यादव ने इसकी विधिवत शिलन्याश एक बड़े ही भव्य कार्यक्रम आयोजित कर पालीगंज में किया था। इस बड़े कार्यक्रम में केंद्र सरकार के केंद्रीय मंत्रियों के साथ-साथ राज्य सरकार के मंत्रियों, बिहार सरकार के मंत्रियों  के साथ-साथ बड़े पैमाने पर सांसद विधायकों के साथ-साथ बड़े पैमाने पर सैकड़ों की संख्या में गन्य मान्य अतिथियों ने हिस्सा लिया था। यह अति महत्वाकांक्षी परियोजना अधूरी रह गई, उस समय शिलान्यास के समय यह परियोजना की लागत लगभग 350 करोड़ थी क्योंकि अब बढ़कर लगभग 4000 करोड़ की राशि हो गई है, चार संसदीय क्षेत्र के साथ लगभग 6 जिलों को जोड़ने वाली यह हाथी महत्वपूर्ण और अति महत्वाकांक्षी योजना को पूरी होने पर सवालिया निशान लगे हैं, एक तरफ केंद्र की मोदी सरकार विकास के दावे करते हुए नहीं आघाती है फिर भी पता नहीं क्यों यह परियोजना केंद्र की नजरों से अबतक दूर है या इसे केंद्र सरकार उपेक्षित रखे हुए? यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है?वहीं दूसरी ओर इस क्षेत्र के जनता एनडीए के सांसदों को ही जीता कर भेजती आई है।

 बिहटा- औरंगाबाद रेलवे लाइन संघर्ष समिति अब आर पार की लड़ाई लड़ते हुए इसको यथाशीघ्र शुरू करने के लिए आर पार की लड़ाई की घोषणा करते हुए महा जन आंदोलन शुरू कर दिया है, रेलवे लाइन संघर्ष समिति की यह महा पदयात्रा विगत 28 तारीख से औरंगाबाद जिला संहरालय से शुरू हुई है जोकि 119 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 6 तारीख को बिहटा में समाप्त होगी और बिहटा में अनिश्चितकालीन रेलवे ट्रैक जाम करने के लिए संघर्ष समिति के सदस्य घेरा डालो डेरा डालो अभियान के तहत डेरा जमा देंगे। बिहटा- औरंगाबाद रेलवे लाइन संघर्ष समिति के मुख्य संयोजक राजेंद्र यादव, संयोजक चंदन कुमार वर्मा ने कहा की अब आर पार की लड़ाई होगी। केंद्र सरकार जबतक इसकी घोषणा नहीं करेगी तबतक हम लोग बिहटा में अनिश्चितकालीन रेलवे लाइन जाम कर वहां डटे रहेंगे इसके लिए हम लोग को क्यों ना अपनी जान ही करवानी पड़े हम लोग आखिरी सांस तक इस रेलवे लाइन परियोजना को शुरू करने के लिए लड़ाई लड़ते रहेंगे।

वहीं इससे पहले बिहटा- औरंगाबाद रेलवे लाइन संघर्ष समिति की टीम जब पालीगंज में पहुंची तो यहां पर यहां के लोगों ने भव्य तरीके से स्वागत किया। इसके बाद पूरे पालीगंज अनुमंडल बाजार का भ्रमण करते हुए आखरी में बिहटा मोड़  हनुमान मंदिर के पास एक नुककड़ सभा में तब्दील हो गई। इस नुक्कड़ सभा को पालीगंज नगर पंचायत के मुख्य पार्षद वीरेंद्र बैठा, संजय प्रसाद, संतोष प्रसाद, सुभाष कुमार, जवाहर प्रसाद, दुर्गा प्रसाद, राजेंद्र यादव, चन्दन कुमार वर्मा, चंद्रशेन कुमार वर्मा समेत दर्जनों लोगों ने बिहटा में  6 तारीख को बड़े पैमाने पर यहाँ के लोगों अनिश्चितकालीन रेलवे लाइन जाम करने की अभियान में शामिल होने के लिए अपील करते हुए सम्बोधित किया। वहीं दूसरी तरफ जब पालीगंज भर्मण कर रही संघर्ष समिति को बाजार वासियों ने जोरदार समर्थन दिया।

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