दिल्ली. यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वापसी के लिए भारत सरकार ने भारतीय वायु सेना के C-17 ग्लोबमास्टर विमानों को उतारने का निर्णय किया है. युद्धभूमि में अब वायुसेना का सबसे ताकतवर विमान भारतीयों को वहां से सकुशल वतन वापसी कराएगा. ऑपरेशन गंगा के तहत यह अभियान चलाया जा रहा है.
पीएम मोदी ने यूक्रेन के हालात पर मंगलवार को एयर फोर्स से बात की है. उन्होंने C-17 ग्लोबमास्टर के सहारे यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित लाने की योजना बनाई है. माना जा रहा है कि गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस से सी-17 ग्लोबमास्टर (मालवाहक विमान) रवाना हो सकते हैं. यह विमान एक बार में ही 500 से ज्यादा स्टूडेंट्स को ला सकता है.विमान चार इंजनों से लैस है. C-17 विमान का बाहरी ढांचा इतना मजबूत है कि इस पर राइफल और छोटे हथियारों की फायरिंग का कोई असर नहीं होता है.
सी-17 ग्लोबमास्टर की खूबियां में खास है कि इसकी लंबाई - 174 फीट, चौड़ाई - 170 फीट, ऊंचाई - 55 फीट है. 150 से ज्यादा लोगों को एक बार में ले जा सकता है लेकिन इसमें आपात स्थितियों में 500 से ज्यादा लोगों को बैठाया जा सकता है. साथ ही इसमें 3 हेलीकॉप्टर या दो ट्रकों को एयरलिफ्ट करने की ताकत है.
सोमवार तक यूक्रेन में करीब 16 हजार छात्र और नागरिक फंसे होने की बात सामने आई थी. अब तक 7 विमानों से यूक्रेन से भारतीयों को वापस लाया जा चुका है. इस बीच भारतीय दूतावास ने यूक्रेन की राजधानी कीव में फंसे भारतियों को किसी भी हालत में शहर से जल्द से जल्द निकलने कहा है.