DESK : कोरोना का दौर लगभग समाप्त हो गया है। ऐसे में यात्रियों के लिए रेलवे बोर्ड ने बड़ा फैसला लिया है। आने वाले दिनों में यात्रियों को टिकट बुकिंग के दौरान अपना पता नहीं भरना होगा। रेलवे बोर्ड ने तत्काल प्रभाव से इस जानकारी के मांगे जाने पर रोक लगा दी है। बोर्ड ने कहा है कि सभी Zonal Railways इस दिशा में तुरंत कार्रवाई करें।
डेस्टिनेशन एड्रेस डालने की जरूरत नहीं
इससे पहले कोरोना संकट के दौरान ट्रेन से यात्रा करने के लिए जब आप आईआरसीटीसी (IRCTC) की वेबसाइट या ऐप से टिकट बुक करते थे, तो गंतव्य का पता यानी डेस्टिनेशन एड्रेस बताना अनिवार्य कर दिया गया था। भारतीय रेलवे ने इस अनिवार्यता को अब खत्म कर दिया है। यानी आपको डेस्टिनेशन एड्रेस डालने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बल्कि आईआरसीटीसी आपको डेस्टिनेशन एड्रेस डालने के लिए पूछेगा भी नहीं। इसके लिए IRCTC साफ्टवेयर में बदलाव करेगी।
ट्रेसिंग में मिलती थी मदद
कोरोना संक्रमण के दौरान इसे अनिवार्य किया गया था, क्योंकि कोरोना से संक्रमित लोगों का पता चलने पर उनके संपर्क में आने वालों की ट्रेसिंग में मदद मिलती थी। लेकिन, रेल मंत्रालय ने बुधवार को इस संबंध में आदेश जारी किया कि अब डेस्टिनेशन एड्रेस बताने की जरूरत नहीं है।
बता दें कि मार्च 2020 में सभी ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था। इसके बाद राज्य सरकारों के दबाव में ट्रेनों को चलाया गया, तो रेलवे के कई नियमों में बदलाव किये गये। डेस्टिनेशन एड्रेस की अनिवार्यता उसी बदलाव का हिस्सा थी।
गृह मंत्रालय से किया था मशवरा
रेलवे बोर्ड के आदेश के मुताबिक Zonal Railways ने टिकट बुकिंग के दौरान पैसेंजर का पता दर्ज करने के आदेश पर सफाई मांगी थी। उनका कहना था कि अब Covid containment measure खत्म हो चुके हैं तो क्या ऐसे में यात्रियों से अब भी घर का पता दर्ज करने के लिए कहना होगा। इस पर बोर्ड ने इस व्यवस्था में तत्काल प्रभाव से बदलाव का आदेश दिया। बोर्ड ने कहा कि गृह मंत्रालय से बातचीत के बाद तय हुआ है कि इस व्यवस्था को खत्म कर दिया जाए।
कठोर नियमों में ढील
कोरोना काल में लागू किये गये कठोर नियमों में अब धीरे-धीरे ढील दी जा रही है. हाल ही में रेलवे ने ट्रेनों में फिर से चादर, तकिया और गद्दा यात्रियों को उपलब्ध कराने की शुरुआत कर दी है. रात में यात्रियों को कंबल भी उपलब्ध करवाये जा रहे हैं. इस सेवा को भी कोरोना महामारी के दौरान बंद कर दिया गया था.