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लपेटे में धनकुबेर IPS अफसरः राकेश दूबे के बाद अब विवेक कुमार के पीछे लगी ED, पूर्व SSP से ईडी करेगी पूछताछ

लपेटे में धनकुबेर IPS अफसरः राकेश दूबे के बाद अब विवेक कुमार के पीछे लगी ED, पूर्व SSP से ईडी करेगी पूछताछ

PATNA: भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ ईडी का एक्शन जारी है. पहले डीए केस में फंसे आईपीएस अधिकारी राकेश दूबे के खिलाफ ईडी ने केस दर्ज किया, अब एक और आईपीएस अधिकारी के खिलाफ ईडी हरकत में आ गई है. मुजफ्फरपुर के तत्कालीन एसएसपी विवेक कुमार से अब ईडी पूछताछ करेगी. विशेष निगरानी इकाई के फेरा में फंसे विवेक कुमार और बुरे फंसे हुए दिख रहे हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने आईपीएस अधिकारी विवेक कुमार को आय से अधिक संपत्ति मामले में तलब किया है. निदेशालय की तरफ से बुधवार को नोटिस भेजा गया है. इधर, आय से अधिक संपत्ति केस में एसवीयू ने जनवरी 2023 में ही चार्जशीट दाखिल कर दिया है.

2018 में मुजफ्फरपुर एसएसपी के ठिकानों पर हुई थी रेड

बता दें, 16 अप्रैल 2018 को मुजफ्फरपुर के एसएसपी रहे विवेक कुमार के ठिकानों पर बिहार की स्पेशल विजिलेंस यूनिट छापेमारी की थी. विवेक कुमार के मुजफ्फरपुर आवास,दफ्तर और यूपी में ससुराल के दो ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। एसयूवी ने प्रिवेंशन एंड करप्शन एक्ट के तहत मुजफ्फरपुर एसएसपी के खिलाफ के खिलाफ केस दर्ज किया था। तब किसी जिले के एसएसपी स्तर के किसी अधिकारी के यहां बिहार में रेड की पहली खबर थी. 

विवेक कुमार के ससुराल में छह लॉकर के मिले थे चाभी

मुजफ्फरपुर के एसएसपी रहे विवेक कुमार के उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर स्थित उनके ससुराल में भी छापेमारी की गई थी। वहां 6 लॉकर का पता चला था. सील छह में एक लॉकर में 25 लाख रुपये बरामद किये किए गये थे। तब के एसवीयू के महानिरीक्षक ने इसकी जानकारी दी थी। उन्‍होंने बताया था कि विवेक के ससुराल मुजफ्फरनगर में स्थित विजया बैंक की शाखा में मौजूद तीसरे लॉकर से 25 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया था कि यह लॉकर संयुक्त रूप से विवेक कुमार के ससुर वेद प्रकाश कर्णवाल और सास उमा रानी द्वारा संयुक्त रूप से संचालित किया जा रहा था। आय के ज्ञात स्रोत से तीन गुणा संपत्ति मामले में बिहार सरकार ने एसवीयू के पटना थाना में भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत 15 अप्रैल 2018 को मामला दर्ज किया गया था. एसवीयू ने मुजफ्फरनगर स्थित विवेक कुमार के ससुराल से छह लॉकर की कुंजियां बरामद की थी, जिनमें से दो में कुल 2.15 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थीं। एसएसपी के मुजफ्फरपुर स्थित आवास के साथ ही यूपी के मुजफ्फरनगर में स्थित उनके ससुराल और सहारनपुर जिले के आवास पर भी छापेमारी की गई. छापेमारी के बाद सरकार ने आईपीएस अधिकारी विवेक कुमार को निलंबित कर दिया था। बाद में उनका निलंबन वापस ले लिया था। निलंबन वापस लेने के बाद वर्तमान में वे बिहार विशेष सशष्त्र पुलिस बल में कमांडेट के पद पर पदस्थापित हैं. 

बालू के अवैध खनन  में लपेटे में आए भोजपुर के तत्कालीन एसपी राकेश दूबे भी पूरी तरह से घिर गए हैं. पहले से ही ईओयू के लपेटे में थे अब प्रवर्तन निदेशालय भी पीछे लग गया है। भोजपुर के तत्कालीन एसपी राकेश कुमार दूबे पर ईडी ने एफआईआर दर्ज किया है. अब पीएमएलए के तहत जांच शुरू हो गई है। जानकारी के अनुसार, राकेश दूबे को समन जारी किया गया है. जल्द ही उनसे ईडी पूछताछ कर सकती है. ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आईपीएस अधिकारी राकेश दूबे की आय से अधिक करीब 2.55 करोड़ के मामले में जांच की जा रही है। पीएमएलए के तहत दोषी पाए जाने पर संपत्ति जब्ती के साथ ही सात साल के सजा का भी प्रावधान है।

भोजपुर के एसपी रहने के दौरान बालू के अवैध खनन मामले में राकेश दूबे को संपिल्पत पाया गया था. इसके बाद सरकार ने उन्हें हटा दिया था.फिर आरोपी राकेश दूबे के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में मुकदमा दर्ज कर सितंबर 2021 में उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसके बाद सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया था. आज तक वे निलंबित ही चल रहे हैं.

बड़ा मामला होने की वजह से ईओयू ने राकेश दूबे के खिलाफ पीएमएलए के तहत जांच के लिए ईडी से अनुशंसा की थी। ईओयू की अनुशंसा के बाद ईडी ने पीएमएलए के तहत जांच शुरू कर दिया है.ईओयू की रेड में आईपीएस अधिकारी राकेश दुबे पर अपनी पत्नी, स्वजनों, मित्रों व व्यावसायिक सहभागियों के जरिए काले धन को सफेद बनाने यानी मनी लांड्रिंग करने के भी प्रमाण मिले थे. बिल्डरों से साठ-गांठ कर कई राज्यों के आधा दर्जन से अधिक कंस्ट्रक्शन कंपनियों में अवैध तरीके से नकद राशि निवेश के कागजात मिले थे. इसके अलावा होटल, रेस्तरां, मैरेज हाल व भू-खंडों में भी करोड़ों रुपये निवेश की बात सामने आई थी. छापा के बाद ईओयू ने बताया था कि अवैध तरीके से कमाए गए करोड़ों रुपये ब्याज पर भी लगाए गए. उनकी मां और बहन के नाम पर भी कई चल एवं अचल संपत्तियों की जानकारी मिली थी. 

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