पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दूसरे चरण का मतदान आज हो रहा है इस चरण के मतदान में कुछ ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसने विधानसभा क्षेत्र के उन मुद्दों को उजागर कर दिया जिसे आज तक कोई भी नेता पूरा नहीं कर पाए ।जी हां हम बात कर रहे हैं सारण के परसा विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं को कई तरह की परेशानी झेलनी पड़ रही है। मतदान केंद्र तक जाने के लिए ना तो सड़क है।और ना ही मतदाताओं के लिए बूथों में ही किसी तरह की इंतजाम किया गया है।
बताते चलें कि सारण के परसा विधानसभा क्षेत्र के बभनगावा बूथ संख्या 13 पर पहुंचने के लिए वोटर्स बिजली के खंभे का सहारा ले रहे हैं।बाढ़ की विभीषिका में सड़क टूट जाने के कारण लोगों को आने जाने में परेशानी हो ही रही थी।लोगों को उम्मीद थी कि चुनाव के दौरान टूटी सड़क पर ध्यान दिया जाएगा पर ऐसा हो ना सका और सड़क आज भी टूटी हुई है।अब मतदाता मतदान करने के लिए बिजली के खंभे यानी की पोल का सहारा ले रहे हैं।मतदान केंद्र का हालमतदान केंद्र में नहीं कोई व्यवस्था कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच बिहार में मतदान कराया जा रहा है। ऐसे में आयोग की ओर से साफ कर दिया गया था कि बूथों पर तमाम इंतजाम होंगे। लेकिन निर्वाचन आयोग के गाइडलाइंस की यहां धज्जियां उड़ाई जा रही है।
मतदान केंद्रों में ना ही मास्क की व्यवस्था है ना ही ग्लव्स की व्यवस्था है ,और ना ही थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। इस लचर व्यवस्था के कारण मतादाताओं में रोष है.आपको बता दें कि जेडीयू से चंद्रिका राय जबकि आरजेडी से पूर्व विधायक छोटेलाल राय और एलजेपी से राकेश कुमार सिंह समेत दस प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला हो रहा है।