"आज ही हो जाएगा खेला'... पूर्व CM मांझी ने दिया बड़ा संकेत, अगले कुछ घंटों में बिहार में बदल जाएगा सियासी रंग

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PATNA: एक और जहां पूरा देश 75 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। वहीं दूसरी ओर बिहार सियासी भूचाल के दौर से गुजर रहा है। माना जा रहा है कि बिहार में किसी भी वक्त सरकार पलट सकती है। सियासी कयासों का दौड़ तेज है। राजनीतिक जानकारों कि माने तो नीतीश कुमार एनडीए का दामन थाम लेंगे और महागठबंधन से नाता तोड़ देंगे। वहीं इन दिनों पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी का बयान बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। जीतन राम मांझी ने कहा था कि 25 जनवरी के बाद नीतीश कुमार कुछ नया और बड़ा खेल कर सकते हैं।

वहीं आज जीतन राम मांझी की एक पोस्ट ने बिहार में पक रही सियासी खिचड़ी में एक बार फिर तड़का लगा दिया है और इससे बिहार की सियासत और गरमा गई है। सोशल मीडिया एक्स पर मांझी ने एक पोस्ट लिखी है. उनकी पोस्ट काफी कम शब्दों की है लेकिन एक बड़ी बात की ओर इशारा कर रही है. पूर्व सीएम ने लिखा है कि "आज ही हो जाएगा का जी? खेला आउर का..." जीतनराम मांझी के इस पोस्ट से सियासी हलचल और तेज हो गई है।

वहीं गणतंत्र दिवस पर अपने आवास पर झंडा फहराने के बाद जीतन राम मांझी ने प्रेस को संबोधित किया। उन्होंने फिर से एक बार दावा किया कि नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग हो जाएंगे। मांझी ने इसका कारण भी बताया और कहा कि अपनी सरकार के उपमुख्यमंत्री और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव की मौजूदगी में नीतीश कुमार खुले मंच से 2005 के पहले लालू-राबड़ी सरकार में जंगल राज की याद दिलाते रहते हैं। अभी कर्पूरी ठाकुर की जयंती के मौके पर नीतीश कुमार जी ने जननायक को भारत रत्न देने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की खुलकर तारीफ की।

दूसरी ओर परिवारवाद की राजनीति पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि कुछ लोग अपने परिवार को बढ़ाने में लगे रहते हैं जबकि मैंने कर्पूरी ठाकुर के रास्ते पर चलते हुए परिवार के सदस्यों को कभी आगे नहीं बढ़ाया।  उधर पीएम मोदी भी परिवारवाद को लोकतंत्र के लिए खतरा बताते रहते हैं।  मांझी के मुताबिक नीतीश कुमार ने नाम लिए बगैर लालू यादव के पुत्र प्रेम पर निशाना साधा। उनका इशारा महागठबंधन के साथी कांग्रेस की ओर भी था। मांझी के मुताबिक चोट इसी बात पर थी कि तेजस्वी यादव को सीएम बनाने के लिए लालू खेमा बेचैन है। अब ऐसी स्थिति में आप समझ सकते हैं कि महागठबंधन में एकता  नहीं रहेगी। इसी आधार पर मैं कहता हूं कि खेला होकर रहेगा।