पटना. जातीय जनगणना के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राजद की ओर से सरकार बनाने के लिए खुला निमंत्रण देने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने शुक्रवार को राजद पर अप्रत्यक्ष रूप से ज़ोरदार हमला बोला. बिना किसी का नाम लिए हुए अपने फेसबुक पोस्ट में उन्होंने लिखा कि बिहार की राजनीति में समाजवादी परजीवी नेताओं की एक विचित्र जमात है। बात ये सदैव कर्पूरी ठाकुर और लोहिया की करेंगे पर कब बिना कोई काम धंधा किये, पशु चिकित्सा महाविद्यालय के चपरासी क्वार्टर से अरबपति हो जाएंगे, यह किसी को पता भी नहीं चलेगा।
उन्होंने लिखा कि जोंक जिस प्रकार मनुष्य का इंतजार करता है और मनुष्य रक्त मिलने पर एक बार में ही महीनों का प्रबंध कर लेता है, उसी प्रकार समाजवादी परजीवी नेता भी सत्ता का इंतजार करते रहते हैं। जिस उम्र में राम भजन करना चाहिए उस उम्र में भी उन्हें इस बात का इंतजार है कि कब किसी गलती से सत्ता पुनः मिल जाए और फिर पिछली बार की भांति गरीबों का दोहन कर सकें।
डॉ जायसवाल ने लिखा कि जिन्होंने 1990 से 2005 के कार्यकाल मे बिहार की स्थिति 1947 की तरह कर दिया, वह आज पूछते हैं कि हम नीति आयोग की रैंकिंग मे सबसे पीछे क्यों हैं। कभी गलती से भी 2005 में बिहार के प्रति व्यक्ति की आय और 2020 में प्रति व्यक्ति की आय में तुलना कर लेते तब उन्हें समझ में आता कि सरकार ने क्या काम किया है। उन्होंने लिखा कि कल उसी राजनैतिक दल के प्रदेश अध्यक्ष जी बेचारे समाजवादी परजीवी की तरह सत्ता पाने का येन केन प्रकारेण मौका ढूंढ रहे हैं। पर अफसोस उनका यह दिवास्वप्न सिर्फ दिवास्वप्न ही बनकर रह जाएगा।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने लिखा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में युवा नेता जी ने अपने माता पिता की तस्वीर सभी पोस्टरों से हटाकर एक छद्म जाल रचा था कि हम नये उम्मीद के साथ नया बिहार बनाएंगे पर उस समय भी उनके साजिशों का पर्दाफाश उनके ही प्रदेश अध्यक्ष जी ने यह कह कर ,कर दिया कि हम सत्ता में आए तो 2005 से पहले की स्थिति बहाल करेंगे।