सवर्ण का चेहरा जगदानंद सिंह और दलित समाज का चेहरा श्याम रजक दोनों नाराज, कैसे करेंगे तेजस्वी एटूजेड की राजनीति, पार्टी को एकजुट रखना बड़ी चुनौती

NEW DELHI : नई दिल्ली में चल रहे राजद के कार्यकारिणी की बैठक को लेकर जमकर चर्चा हो रही है। जहां राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने यह साफ कर दिया है कि अब नीतिगत और महत्वपूर्ण मुद्दों पर सिर्फ तेजस्वी यादव ही बोलेंगे। उन्होंने बिना-सोचे समझे कुछ भी बोलने वाले पार्टी नेताओं को भी सख्त हिदायत दी। वहीं पार्टी में इस दौरान गुस्सा और नाराजगी भी खुलकर सामने आ गई। 

जिस तरह से इस पूरे बैठक के दौरान यह चर्चा होती रही कि बेटे को मंत्री पद से हटाए जाने के नाराज जगदानंद सिंह शामिल होंगे या नहीं, आखिरकार बैठक में वह नहीं पहुंचे। वहीं उनकी जगह सुधाकर सिंह खुद बैठक में शामिल हुए। दूसरी तरफ पार्टी में जिस तरह राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक और तेज प्रताप यादव के बीच गालीगलौज की बात सामने आई, उसके बाद राजद में अंदरुनी कलह और खुलकर सामने आ गई। बैठक की तैयारियों को लेकर कई दिनों से नई दिल्ली में मौजूद श्याम रजक पर तेज प्रताप ने आरएसएस का एजेंट होने का आरोप लगाया और उन्हें पार्टी से बाहर निकालने की मांग तक कर डाली। वहीं दूसरी तरफ श्याम रजक ने खुद को पार्टी का बंधुआ मजदूर और तेज प्रताप को राजा करार दिया। जो लालू-तेजस्वी के एटूजेड के साथ होने की बात पर सवाल खड़े करता है। एक तरफ जगदानंद सिंह सवर्ण वर्ग से आते हैं और वहीं दूसरी तरफ श्याम रजक दलित समाज का चेहरा हैं। दोनों वर्ग के नेताओं में राजद नेतृत्व को लेकर नाराजगी सामने आ गई है। 

तेजस्वी ने कहा हर किसी को खुश नहीं कर सकते

लालू प्रसाद ने पार्टी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर रहने और मिलकर लड़ाई लड़ने की नसीहत दी। कहा कि इधर-उधर नहीं झांकना है। पार्टी को बड़ी लड़ाई लड़नी है। साथ रहकर ही इस लड़ाई को जीता जा सकता है। वहीं तेजस्वी यादव ने पार्टी नेताओं को मंच से संदेश दिया कि वे हर किसी को खुश नहीं रख सकते हैं। यह भी हो सकता है कि हम भी सभी से खुश न हों। लेकिन, हमारे सामने जो चुनौती है उसमें पार्टी का हर कार्यकर्ता एक टीम मेंबर है। तेजस्वी ने कहा कि पार्टी अपने पूर्व निर्धारित एजेंडे पर ही काम करेगी। पार्टी के लोग उसे बदलने की कोशिश न करें।

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उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि हम देश के विपक्षी साथियों को संदेश देने दिल्ली आए हैं कि घबराने और हौसला खोने की जरूरत नहीं है। इस लड़ाई में हमें ही जीत मिलेगी। तेजस्वी ने हाथ जोड़कर कार्यकारिणी की बैठक में मौजूद पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों से अपील की कि पार्टी के निर्धारित लक्ष्य से नहीं भटकें। 2024 में पार्टी बड़ी लड़ाई लड़ने जा रही हैं, उसमें सभी के सहयोग की जरूरत है।