MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर के हार्डवेयर कारोबारी जय प्रकाश नारायण हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है। इस मामले में शातिर अपराधी अजय पांडेय, उसकी पत्नी और साला को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिसिया पूछताछ में आरोपी अजय पांडेय ने कारोबारी हत्याकांड से जुड़े कई अहम सवालों का जवाब दिया। एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि जय प्रकाश को हनी ट्रैप के जरिए शहर बुलाया गया और वहां कैद कर लिया गया।
कारोबारी से डेढ़ करोड़ रुपये रंगदारी की मांग की गयी। जय प्रकाश के परिजनों द्वारा डेढ़ करोड़ रुपये का चेक दिया गया। चेक भुनाने की कोशिश की गयी लेकिन जब चेक क्लीयर नहीं हो पाया तो तीनों ने मिलकर जय प्रकाश की हत्या कर दी और शव को पोखरैरा के समीप सड़क किनारे फेंक दिया।
एसएसपी ने बताया कि अजय पांडेय पर कई मामले दर्ज हैं। 2010 में फिरौती के लिए अपहरण के मामले में उसका नाम काफी उछला था। गौरतलब है कि करजा थाना इलाके के हार्डवेयर कारोबारी जयप्रकाश नारायण की एक महीना पहले गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। करजा में ही उनकी हार्डवेयर की दुकान है। साथ ही वो थोक अंडा के कारोबारी भी थे। उनके सिर व सीने पर गोली मारी गई थी।