बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

बड़े हीं ताम-झाम के साथ जेडीयू दफ्तर पहुंचे थे अधिकारी से नेता बनने अखिलेश कुमार सिंह ...मिलन समारोह में परिचय भी नहीं करा सके आरसीपी सिंह

बड़े हीं ताम-झाम के साथ जेडीयू दफ्तर पहुंचे थे अधिकारी से नेता बनने अखिलेश कुमार सिंह ...मिलन समारोह में परिचय भी नहीं करा सके आरसीपी सिंह

PATNA: बड़े हीं तामझाम,सैकड़ों गाड़ियों का काफिला और गाजे-बाजे के साथ अधिकारी से नेता बनने डा. अखिलेश कुमार सिंह जेडीयू दफ्तर पहुंचे थे। डॉक्टर साहब को आज नीतीश कुमार की पार्टी में शामिल होना था।जदयू में शामिल होने से पहले स्वास्थ्य विभाग के पूर्व अधिकारी रहे अखिलेश कुमार सिंह की तरफ से राजधानी के अधिकांश चौक-चौराहों पर बैनर-पोस्टर लगाए गए थे।

 जेडीयू प्रदेश कार्यालय में मिलन समारोह आयोजित किया गया था।पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह के समक्ष अधिकारी से नेता बने अखिलेश सिंह को पार्टी ज्वाईन करना था।लिहाजा अपने समर्थकों के साथ वे समय से पहले नेताजी जेडीयू दफ्तर भी पहुंच गए।करीब एक घंटे तक जेडीयू के दफ्तर में अखिलेश कुमार सिंह इंतजार करते रहे।

अखिलेश कुमार का परिचय भी नहीं कराया

उसके बाद जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह आए, फिर कार्यक्रम की शुरूआत हुई।आरसीपी सिंह ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया और फिर तुरंत निकल लिए।इतनी जल्दी में वे निकले कि वे पार्टी में नवआगंतुक अखिलेश कुमार का परिचय भी नहीं कराया। हॉल में बड़ी संख्या में लोग जुटे थे लेकिन सारे लोग तब अवाक रह गए जब आरसीपी सिंह ने अखिलेश सिंह के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला। लोग सुनना चाहते थे कि पार्टी में जो व्यक्ति शामिल हुआ वो कौन हैं, उनका क्या बैक ग्राउंड है लेकिन उन्होंने एक शब्द भी नहीं बोला।अधिकारी से नेता बने अखिलेश प्रसाद सिंह को पार्टी ज्वाईन करने में महज 3-4 मिनट लगा उसके बाद सीधे कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा कर दी गई।

अबतक परिचय कराने की रही है परंपरा

अमूमन यह होता है कि अगर कोई नेता या साधारण कार्यकर्ता भी पार्टी ज्वाईन करता है तो उसका परिचय कराया जाता है।सभी पार्टी में यही होता है कि नए सदस्य बनने वाले के बारे में वहां मौजूद लोगों को बताया जाता है।जेडीयू दफ्तर में भी अबतक जितने मिलन समारोह आयोजित हुए हैं सबमें पार्टी के वरिष्ठ नेता नए सदस्य का परिचय कराते हैं।लेकिन आज जिस तरह से मिलन समारोह में बिना परिचय कराए हीं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव निकल लिए उससे दफ्तर में हीं चर्चा शुरू हो गई कि क्या बेमन शादी कनपटी में सेंदूर वाली बात तो नहीं?

हालांकि जब अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम की सदस्यता लेने के बाद परिचय कराया जाता है या नहीं? वे तो आज पार्टी में शामिल हुए हैं आगे पार्टी जो जिम्मेवारी देगी उसे पूरा करेंगे।

Suggested News