NEW DELHI : क्या विपक्षी एकजुटता की कवायद शुरू करनेवाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन तोड़नेवाले हैं? क्या नीतीश कुमार एनडीए को पटकनी देने के लिए किसी रणनीति के तहत काम कर रहे हैं? आज देश की सियासत की यह प्रश्न अचानक सामने खड़ा हो गया है।
दरअसल मध्य प्रदेश सहित पांच राज्यों में चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया है। मध्य प्रदेश में 17 नवम्बर को चुनाव कराये जायेंगे। प्रमुख दलों ने अपने-अपने प्रत्याशी उतराने शुरू कर दिए हैं। अब अगला कदम नामांकन और नाम वापसी का होगा। माना जा रहा है की इसमें सीधा मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होगा। जहाँ फिलहाल मुख्यमंत्री बीजेपी के शिवराज सिंह चौहान है।
इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने भी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं। जदयू ने पांच उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। पिछोर से चंद्रपाल यादव, राजनगर से रामकुंवर (रानी) रैकवार, विजय राघवगढ़ शिव नारायण सोनी, थांदला से तोल सिंह भूरिया और पेटलावद से रामेश्वर सिंघार को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया है।
मध्य प्रदेश में उम्मीदवार उतारने के बाद कई सवाल खड़े किये जा रहे हैं। कहा यह भी जा रहा है की इंडिया गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव के लिए बनाया गया है। विधानसभा चुनाव में अपने अपने उम्मीदवार उतारे जायेंगे। यह भी कहा जा रहा है की बीजेपी उम्मीदवार को पटखनी देने के लिए भी जदयू ने अपने उम्मीदवार खड़े किये हो। यह भी हो सकता है की जदयू की सीट आने पर उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सकता है। जिससे इंडिया गठबंधन में जदयू की स्थिति मजबूत हो सकती है।
नई दिल्ली से धीरज की रिपोर्ट