BHAGALPUR : जदयू के बड़बोले विधायक गोपाल मण्डल का फिर से कुर्सी प्रेम सामने आया और इस प्रेम में उन्होंने अपनी फ़ज़ीहत करवा ली। दरअसल तिलकामांझी भागलपुर विश्विद्यालय में दीक्षान्त समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि की दीर्घा में राज्यपाल समेत छह अतिथियों के बैठने की जगह थी।
इसी बीच जदयू विधायक अपनी कुर्सी खोजते हुए मंच पर पहुँच गए। जब यहां उनकी कुर्सी नहीं दिखी तो वह मंच के पीछे से कुर्सी खींचते हुए राज्यपाल के लाइन में प्रतिकुलपति के बगल की कुर्सी के पास अपनी कुर्सी लगाकर बैठ गए। इसके बाद राज्यपाल के स्टेडियम में पहुचते ही डीएसपी, एसडीएम विश्विद्यालय प्रबन्धन समिति के सदस्य पहुँचे। उन्हें लाख समझाया। लेकिन वो नहीं माने। वह जबरन वही बैठ गए।
राज्यपाल के आगमन के बाद दीप प्रज्ज्वलन का कार्यक्रम किया गया। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने उनकी कुर्सी पीछे से हटा दी। फिर विधायक जी अपनी कुर्सी को नहीं देख कर चिंता में पड़ गए और उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से अपनी कुर्सी के बारे में पूछा। उसके बाद वह फिर दूर से कुर्सी उठाते हुए ले आये और राज्यपाल के अंगरक्षक के समझाने के बाद भी राज्यपाल के पीछे कुर्सी लगाकर बैठ गए।
इस दौरान यहाँ सभी अधिकारी असहज दिखे। प्रोटोकॉल के उल्लंघन को देखते हुए अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। लेकिन विधायक ठहरे दबंग। इनके सामने कहां किसी की चलने वाली है। पूछे जाने पर गोपाल मण्डल ने कहा कि हमारी कुर्सी वहां नहीं थी। कोई बात नहीं है। मंच पर दूर में जगह विधायकों के बैठने का जगह था। कुर्सी हम लगाए थे। वहां दीप प्रज्जवलन के बाद गए तो कुर्सी नहीं थी। यहां सब पढ़े लिखे हैं। ढिठाई दबंगई करने से नहीं होता। जरा से हूठई करते मेरी बदनामी होती।
भागलपुर से अंजनी कश्यप की रिपोर्ट