PATNA : बिहार में सत्तारूढ़ जदयू के एक विधायक ने अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया। शराबबंदी नीतीश कुमार की पोलिटिकल यूएसपी है। बिहार में लागू शराबबंदी को वे एक बहुत बड़ी उपलब्धि के रूप में दिखाते रहे हैं। लेकिन शनिवार को एक जदयू विधायक ने सरकारी तंत्र पर एक गंभीर आरोप मढ़ दिया। कुर्था के जदयू विधायक सत्यदेव कुशवाहा ने शनिवार को कहा कि बिहार में पुलिस के सहयोग से शराब बेची जी रही है। पुलिस वाले ही पैसा लेकर शराब बिकवा रहे हैं।
जदयू विधायक यहीं नहीं रुके, उन्होंने पार्टी की नीतियों पर सवालिया निशान लगा दिया। कुशवाह ने युवा जदयू कमेटी के गठन पर कहा कि इस पार्टी को राजद नहीं बनाया जाना चाहिए। तो ऐसे में सवाल उठता है कि क्या जदयू में राजद संस्कृति प्रवेश कर रही है ? अरवल में मीडिया से बात करते हुए विधायक सत्यदेव कुशवाहा ने कहा कि पुलिस अगर ईमानदारी से चाह ले तो किसी भी अपराध पर काबू पाया जा सकता है। लेकिन शराबबंदी को लागू करने में पुलिस ऐसा नहीं कर रही है।
शराबबंदी को लागू हुए दो साल
हो चुके हैं। लेकिन इसके बाद भी चोरी छिपे शराब बिक रही है। शराब की तस्करी बहुत
बड़ा धंधा बन चुकी है। शराबबंदी को सख्ती से लागू करने में पुलिस पूरे मन से सहयोग
नहीं कर रही है। कुछ पुलिसवाले इसको फेल करने में लगे हैं। कुशवाहा ने पार्टी की नीतियों पर भी सवाल उठाये।
युवा जदयू कमेटी गठन पर कहा कि जदयू को राजद न बनायें। नीतीश कुमार सभी वर्ग के
सर्वमान्य नेता हैं। लेकिन कमेटी में अधिकांश खास समुदाय के लोगों को स्थान
मिला है। जदयू विधायक के इस बयान के बाद पार्टी हड़कंप मच सकता है।