पटना. जनता दल यूनाइटेड ने नागालैंड विधानसभा चुनाव के लिए 8 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है. जदयू की ओर से रविवार को जारी सूची में पार्टी ने 8 उम्मीदवारों ने नाम का ऐलान किया है. एमएलसी अफाक अहमद खान की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार यह जदयू की पहली सूची है.
पहली सूची में जदयू ने इन नामों को फाइनल किया है.

इसके पहले पार्टी के अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि नागालैंड में जिस एक जदयू उम्मदीवार ने पार्टी छोड़कर लोजपा (रामविलास) के साथ जाने का फैसला किया वह जदयू से 5-10 करोड़ रुपए मांग रहा था. नागालैंड में एक दिन पहले ही जदयू के 29 नेताओं ने पार्टी से सामूहिक इस्तीफा दिया था. वे चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) में शामिल हुए है. इस पर ललन सिंह ने कहा कि इससे पार्टी की नागालैंड में मजबूती पर कोई फर्क नहीं पड़ता है.
जदयू की कोशिश 27 फरवरी को हो रहे विधनासभा चुनाव में नागालैंड में कम से कम छह फीसदी वोट लाने और 4 विधानसभा सीटें जीतना है. अगर ऐसा होता है तो जदयू के राष्ट्रीय पार्टी बनने का रास्ता आसन हो जाएगा. लेकिन इसके पहले ही अब जदयू को अब बड़ा झटका लग गया है. जेडीयू ने 2018 में 13 सीटों पर चुनाव लड़ी थी लेकिन एक ही सीट जीतने में सफल रही. जेडीयू को बिहार, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में एक राज्य पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त है यदि नागालैंड में पार्टी को तीन से अधिक सीटें या छह प्रतिशत वोट प्राप्त आते हैं, तो पार्टी राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त कर लेगी. 2003 में जेडीयू ने दो सीटें और 5.8 प्रतिशत वोट जीते थे, लेकिन 2008 में पार्टी एक भी सीट जीतने में नाकाम रही. 2013 और 2018 में उसे एक सीट पर जीत मिली थी.