जमशेदपुर: आतंक के पर्याय बने पीएलएफआई के जोनल कमांडर कुख्यात नक्सली शनिचर सुरीन को सुरक्षा बलों ने चाईबासा के पोड़ाहाट जंगल के पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया। शनिचर के सिर पर दस लाख का ईनाम था। मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षा बलों को जानकारी मिली कि रनिया और गुदड़ी के बीच स्थित जंगल में पीएलएफआई उग्रवादियों का जमावड़ा हुआ है।
इसके बाद सीआरपीएफ व पुलिस की टीम ने घेराबंदी की। पीएलएफआई उग्रवादियों ने पुलिस को देखते ही गोलीबारी शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। दोनों तरफ से दो घंटे से भी ज्यादा वक्त तक मुठभेड़ हुई, जिसमें शनिचर मारा गया।
जानकारी के अनुसार शनिचर गुमला जिले के कामडारा प्रखंड अंतर्गत सरिता बड़का टोली गांव का रहने वाला था। वह पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप का सबसे विश्वस्त कमांडर माना जा रहा था. यह भी खबर है कि मुठभेड़ के बाद सर्च ऑपरेशन में सीआरपीएफ और पुलिस की टीम ने कई हथियार भी बरामद किए हैं। बता दें कि एक दिन पहले ही हुई मुठभेड़ में 15 लाख का इनामी माओवादी बुद्धेश्वर उरांव भी मारा गया था।