PATNA: अररिया में पत्रकार विमल यादव हत्याकांड के चार आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है. इस हत्याकांड को लेकर मृतक के पिता की शिकायत पर 8 आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. अररिया पुलिस आज प्रेस कांफ्रेंस कर इस मामले का खुलासा कर सकती है.
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक पत्रकार हत्याकांड के तार जेल से जुड़े हैं. पकड़े गए अपराधियों में कांड का मुख्य आरोपी भी शामिल है. जानकारी के मुताबिक सुपौल जेल में बंद अपराधी रूपेश यादव पत्रकार को धमकी दे रहा था. पुलिस पता लगाने में जुट गई है कि सुपौल जेल में रूपेश यादव से मिलने के लिए कौन-कौन लोग जाते थे .पुलिस ने देर रात 4 लोगों को पकड़ा है. पकड़े गए लोगों में विमल यादव के आसपास के ही लोग हैं.पत्रकार विमल यादव को अपने छोटे भाई गब्बू यादव हत्याकांड में गवाही देने से मना किया जा रहा था. अब तक जांच में यह बात सामने आई है कि इस कारण से ही पत्रकार की हत्या की गई. जेल में बंद धमकी देने वाला अपराधी रूपेश यादव भी पत्रकार का पड़ोसी है जो गवाही देने से मना कर रहा था.
बता दे कि शुक्रवार की सुबह बदमाशों ने पत्रकार विमल यादव के घर का दरवाजा खटखटाया. पत्रकार जैसे दरवाजा खोलकर बाहर निकले वैसे ही दमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर मौत के घाट उतार दिया. गोलियों की आवाज सुनकर विमल की पत्नी बाहर निकली तो पति लहू लुहान हालत में जमीन पर गिरे पड़े थे. इसके बाद उन्होंने आसपास के लोगों को बुलाया. रानीगंज थाने की पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने विमल को अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था.