India Pakistan Ceasefire: सीजफायर क्या है? भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम की पूरी कहानी और इतिहास, जानें कब-कब हो चुका है ऐसा और कितने बार पाक ने किया उल्लंघन
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद अब सीजफायर लागू कर दिया गया है। जानिए सीजफायर क्या होता है, इसका इतिहास, कैसे काम करता है और भारत-पाक के बीच इसका क्या महत्व है।

India-Pakistan ceasefire: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक बड़ी राहत भरी खबर आई है। दोनों देशों के बीच सीजफायर (Ceasefire) की घोषणा की गई है, जिसके तहत अब किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई, गोलीबारी या हवाई हमला नहीं किया जाएगा। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने 10 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी कि दोनों देशों ने आपसी सहमति से युद्धविराम लागू करने का निर्णय लिया है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि सीजफायर क्या होता है, यह कैसे काम करता है, और भारत-पाकिस्तान के इतिहास में इसका क्या महत्व रहा है।
क्या होता है सीजफायर?
सीजफायर का सीधा अर्थ है – युद्ध या सैन्य संघर्ष की अस्थायी या स्थायी समाप्ति। यह कोई औपचारिक संधि नहीं होती, बल्कि यह दो पक्षों के बीच आपसी सहमति से लागू होता है ताकि संघर्ष को रोका जा सके। ऑक्सफोर्ड पब्लिक इंटरनेशनल लॉ और कैम्ब्रिज डिक्शनरी के अनुसार, सीजफायर एक अस्थायी युद्ध विराम होता है, जिसमें दोनों पक्ष सहमत होते हैं कि वे एक विशेष समय से आगे कोई सैन्य कार्रवाई नहीं करेंगे।
सीजफायर लागू होने के बाद क्या होता है?
सीजफायर लागू होने के बाद निम्नलिखित कदम उठाए जाते हैं:
दोनों देशों की सेनाएं सैन्य कार्रवाई रोक देती हैं।
डीजीएमओ (महानिदेशक सैन्य अभियान) के बीच समन्वय होता है।
सीमाओं पर निगरानी बढ़ा दी जाती है ताकि किसी उल्लंघन को रोका जा सके।
राजनीतिक और कूटनीतिक वार्ताएं तेज होती हैं ताकि दीर्घकालिक समाधान पर बात की जा सके।
युद्धविराम और सीजफायर में क्या फर्क है?
सीजफायर और युद्धविराम (Armistice) को अक्सर एक जैसा समझा जाता है, लेकिन दोनों में फर्क होता है। युद्धविराम तब होता है जब दोनों देशों के बीच युद्ध की औपचारिक घोषणा हो चुकी हो, जबकि सीजफायर तब होता है जब सैन्य तनाव को रोकने के लिए अस्थायी या स्थायी रूप से गोलीबारी बंद करने पर सहमति हो। भारत और पाकिस्तान के बीच 2025 का यह ताज़ा समझौता सीजफायर है, न कि युद्धविराम, क्योंकि युद्ध की औपचारिक घोषणा नहीं हुई थी।
भारत-पाक सीजफायर का इतिहास
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का इतिहास लंबा है। स्वतंत्रता के बाद से अब तक कई बार ऐसा हुआ है:
1949: पहला औपचारिक सीजफायर हुआ था जब संयुक्त राष्ट्र की पहल पर कश्मीर संघर्ष को रोकने के लिए संघर्ष विराम लागू किया गया।
1965: भारत-पाक युद्ध के बाद सोवियत संघ और अमेरिका के हस्तक्षेप से सीजफायर हुआ।
1971: युद्ध में भारत की जीत के बाद शिमला समझौते के तहत युद्ध विराम लागू किया गया।
1999: कारगिल युद्ध के बाद भी सीजफायर की प्रक्रिया अपनाई गई।
2021: भारत और पाकिस्तान ने डीजीएमओ स्तर पर सहमति से संघर्ष विराम की फिर से पुष्टि की।
भारत-पाक तनाव 2025 और ऑपरेशन सिंदूर
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और POK में 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। इसके बाद 8-9 मई को पाकिस्तान ने भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन हमलों और गोलाबारी की। जवाब में भारत ने 10 मई को पाकिस्तान के 4 एयरबेस को निशाना बनाया।
सीजफायर का उल्लंघन: इतिहास क्या कहता है?
सीजफायर की घोषणा के बाद पाकिस्तान द्वारा इसका उल्लंघन नया नहीं है:
2018: 2140 बार सीजफायर उल्लंघन
2019: 3479 बार
2020: 5133 बार
हालांकि 2022 से 2024 तक सीजफायर उल्लंघनों में कमी आई और महज तीन घटनाएं दर्ज की गईं।
अगला कदम क्या होगा?
विदेश मंत्रालय ने 12 मई को दोनों देशों के बीच एक और अहम वार्ता की घोषणा की है, जिसमें आगे की रणनीति और निगरानी तंत्र पर चर्चा होगी। साथ ही यह स्पष्ट किया गया है कि भारत की ओर से आतंकवाद के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' की नीति जारी रहेगी।