KATIHAR : जिले के बीते सप्ताह हुए हाई प्रोफाइल हत्याकांड मामले में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार कर पुरानी रंजिश को लेकर हुए इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया है, आगे इस मामले में और कई आरोपियों की गिरफ्तारी उम्मीद है,जिसके बाद इस हत्याकांड के पीछे 'ऑनलाइन गैंबलिंग' कि जो चर्चा है उस पर भी पर्दा उठ सकता है।
तारीख 3 सितंबर, बारदात रात के लगभग 11.00 से 11.30 के बीच की है, घटनास्थल कटिहार नगर थाना क्षेत्र के ड्राइवर टोला,संतोषी चौक के पास की है... पुलिस को प्रारंभिक सूचना मिला की दो लोगों को कुछ अज्ञात लोगों ने मिलकर पहले जमकर पिटाई किया और फिर दोनों के सीने में गोली उतार दिया, सूचना पर पुलिस ने तत्परता के साथ स्थानीय लोगों की मदद से अमला टोला के पप्पू सिंह और दो नंबर कॉलोनी के रहने वाले चिंटू सिंह को सदर अस्पताल पहुंचाया, प्रारंभिक इलाज के बाद दोनों के हालात की गंभीरता को देखते हुए दोनों को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया लेकिन इस बीच इलाज के दौरान तीसरे दिन पप्पू सिंह की मौत हो गयी,
पुलिस शहर से जुड़ी इस हत्याकांड की गुत्थी को सुलझा ने की हर कड़ी को जोड़ने की कोशिश कर रहा था मगर गंभीर रूप से घायल पप्पू सिंह के साथी चुन्नू सिंह भी अपने बयान में मामले पर कुछ साफ-साफ नहीं कर पाया। जिस कारण मामला उलझा हुआ था। चुन्नू सिंह ने घटना के बाद घायल अवस्था मे बताया था कि वे लोग ड्राइवर टोला से लौट रहे थे। इस दौरान अज्ञात लोगों ने घेर कर पहले उन लोगों के साथ मारपीट किया और फिर गोली मार दिया है, घटना के कारणों के बारे में वह ज्यादा कुछ जानकारी नहीं होने की बात कह रहे हैं।
मगर लगातार कटिहार पुलिस के गहराई से तफ्तीश चार दिन बाद रंग लाया और पुलिस ने मामले को सुलझाते हुए घटना में शामिल सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि और कई लोगों की गिरफ्तारी का दावा कटिहार एसपी जल्द कर रहे हैं, पुलिस ने बारदात को अंजाम देते वक्त वारदात में शामिल मनीष कुमार उर्फ गोलू, साबिर अली, मिलन घोष, विशाल चौहान, राकेश पासवान, विशाल पासवान और शिबू कुमार उर्फ शिव सरकार को गिरफ्तार कर लिया है, पुलिस के माने तो इसमें गोली मारने से लेकर हर कोई इस हाई प्रोफाइल कांड को अंजाम देने के दौरान अपनी अपनी भूमिका को शिकार लिया है,
11 साल पुराने मामले से जुड़ा है हत्या का तार
घटना के कारणों पर कटिहार एसपी ने कहा कि एक पुरानी रंजिश के वजह से इस घटना को अंजाम दिया गया है, इस घटना के तार 11 साल पहले ड्राइवर टोला के दिवंगत मेयर शिवराज पासवान की भाई भैयाराम और पप्पू सिंह के आपसी दुश्मनी से जुड़ा हुआ है हाल के दिनों में अपराध के दुनिया से ताल्लुक रखने वाले पप्पू सिंह जेल से बाहर आए थे और तब से ऐसा चर्चा हो रहा था कि भैयाराम पर पप्पू सिंह जानलेवा हमला कर सकता है, सूत्र की माने तो घटना के दिन पप्पू सिंह तीन बार उस इलाके में आन जान भी किया था, चर्चा यह है कि इसी रंजिश को लेकर पप्पू सिंह और उनके साथ मौजूद चुन्नू सिंह के साथ इन सात लोगों के साथ-साथ और कई लोगों ने मिलकर मारपीट किया, उसी दौरान मनीष कुमार उर्फ गोलू ने दोनों के सीने में गोली मार दिया जिस में इलाज के दौरान पप्पू सिंह का मौत हो गया जबकि चुन्नू सिंह अब भी जिंदगी और मौत से जूझ रही है,
घटना के पीछे एक एंगेल और जोर शोर से चर्चा में है की हाल के दिनों में ऑनलाइन लॉटरी यानी मोबाइल के सहारे ऑनलाइन जुआ के चक्कर में भी पप्पू सिंह से हत्या में शामिल लोगों के अनबन उनसे हुआ था, पहले कई लोगों के द्वारा मृतक और उनके साथी के साथ मारपीट और इलाज के दौरान हत्या की यह भी एक बजह हो सकता है हालांकि पुलिस इस एंगेल पर आगे जांच के बात करते हुए फिलहाल इस पर कुछ कहने के लिए तैयार नही है, पुलिस कप्तान ने कहा कि आगे इस मामले में और कई लोगों के गिरफ्तारी हो सकता है जिसके बाद यह एंगेल और साफ हो पाएगा।
अब इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड का प्रारंभिक खुलासा के दावा करते हुए पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और पुलिस द्वारा हत्या की वजह आपसी रंजिश को बताया गया है मगर पूरे शहर में इस हत्याकांड के पीछे शहर में बढ़ते 'ऑनलाइन जुआ' को लेकर आपसी तनाव के कारण मारपीट और हत्या की चर्चा है, अब आगे जांच में पुलिस अन्य आरोपियों के गिरफ्तारी के साथ इस एंगेल पर जांच की बात कर रहे हैं लेकिन अगर आपसी रंजिश बता कर 'ऑनलाइन जुआ' की बात को दबाया जा रहे हैं तो यह भविष्य के लिए कटिहार जैसे शहर में अपराध की एक और बड़ी वजह हो सकता है, इसलिए जांच के दौरान इस एंगेल पर भी आगे गहराई से कटिहार पुलिस से तफ्तीश की उम्मीद है।