DARBHANGA : बिहार के दरभंगा में आज केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान दरभंगा पहुंचे। जहाँ उन्होंने लहेरियासराय स्थित ऑडिटोरियम में भारतीय संस्कृति एवं सार्वभौमिक महत्व विषय पर हो रहे सेमीनार में भाग लिया। उन्होंने अपने सम्बोधन में भारतीय संस्कृति को ज्ञान का केंद्र बताते हुए कई महत्वपूर्ण बाते कही।
उन्होंने भारत की सभ्यता और संस्कृति को सबसे पुराना बताया और ज्ञान के मंत्र को भी बारीकी से समझाया। अपने सम्बोधन में केंद्र सरकार सरकार की तारीफ करते कहा की भारत अपने पुराने विरासत को जिंदा करने की यात्रा पर लगा हुआ है। पूरी दुनिया इस वक्त भारत को सम्मान की दृष्टि से देख रहा है।
वही आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि भारत ऋषि -मुनियों की धरती हैं। इसका इतिहास गवाह हैं। यह देश फिर से अपनी विरासत को पाने के लिये अग्रसर हैं। नई नई नीति और नीतियों की प्रगति उद्योग धंधे, नई नई स्कीम भारत की बुलंदियों को छू रहा हैं। हर क्षेत्र मे देश एक नई ऊंचाई ले रहा हैं। इस कारण पूरे दुनियां की निगाहें भारत पर हैं। वही उन्होंने कहा कि दुनिया मे प्राचीन संस्कृतिया रही है। आज भी भारतीय संस्कृति उसी तरह जिंदा है और हर व्यक्ति अपने संस्कृति को जिंदा रखें हुआ हैं। जिसके कारण भारत विश्व गुरु की और बढ़ने के लिये अग्रसर हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में शब्द जिस ईकाई से बना है, उसे अक्षर कहते है। उस अक्षर का ज्ञान भारत वासियों को जीवंत करता हैं। उन्होंने कहा कि भारत की नीति अन्य देशों से भिन्न हैं। उन्होंने कहा कि यही कारण हैं कि भारत ने जबरन किसी देश मे ना ही अपना शक्तिशाली फौज भेजा। ना ही किसी देश पर अधिपत्व जमाया। यह हमारी संस्कृति का ही देन है। जीवन का उद्देश्य है, ज्ञान की प्राप्ति। उन्होंने कहा कि भारत शक्तिशाली, विश्व गुरू बनेगा। उन्होंने उदाहरण देते हुये कहा कि कोरोना महामारी में विकसित देश को भी भारत ने वैक्सीन दिया और राहत पहुंचाया।
दरभंगा से वरुण ठाकुर की रिपोर्ट