दरभंगा से बागेश्वर धाम दर्शन करने पहुंचा ललन, बागेश्वर धाम से हुआ लापता, परिजनों ने कहा हमें ना तो यहां की, ना ही वहां पुलिस कर रही है मदद

दरभंगा से बागेश्वर धाम दर्शन करने पहुंचा ललन, बागेश्वर धाम से हुआ लापता, परिजनों ने कहा हमें ना तो यहां की, ना ही वहां पुलिस कर रही है मदद

DARBHANGA :  बागेश्वर धाम की महिमा की कहानी सुनकर देश ही नही, विदेश में रह रहे भक्तो का दर्शन का सिलसिला लगातार जारी है। इसी कड़ी में बागेश्वर धाम महिमा सुनकर बिहार के दरभंगा जिला के बहेड़ी प्रखंड के बघौनी गांव निवासी ललन कुमार अपने आप को नही रोक सके। दरभंगा से 864 सौ किलोमीटर का लंबा सफर तय कर बागेश्वर धाम पहुंचकर दर्शन किया और अचानक लापता हो गए। वही लापता होने के बाद पीड़ित परिवार काफी परेशान है। तथा ललन के भाई उन्हें बागेश्वर धाम में ढूंढ रहे है। 

दरअसल, बागेश्वर धाम की महिमा की कहानी सुनकर ललन ने फैसला लिया कि वे खुद बागेश्वर धाम जाकर आशीर्वाद लेंगे। जिसपे परिवार के सदस्यों ने सहमति जताई और ललन 4 फरवरी को ट्रेन पकड़ दरभंगा से बागेश्वर धाम के लिए रवाना हुआ और 5 फरवरी को बागेश्वर धाम पहुंचा। 6 फरवरी की सुबह 5 बजे ललन ने अपने घर वालों से बात की और बताया की वे धाम पर दर्शन कर चुके है और कुछ देर में बात करेंगे। उसके बाद उनका फोन लगातार स्विच ऑफ आ रहा है। 

ललन के लापता हुए एक सप्ताह से ऊपर हो गया है। लेकिन उसका अभी तक किसी प्रकार का पता नहीं चल सका है। वही लापता शिक्षक ललन की पत्नी सविता का कहना है कि 6 फरवरी की सुबह बात होने के बाद उनसे दुबारा बात नहीं हो पाई। जिसके बाद हमलोग अपने स्तर से पता लगाने लगे। लेकिन किसी प्रकार का कोई कामयाबी नही मिली। 

वहीं सविता ने बताया कि लापता को लेकर हमलोगों ने बहेड़ी थाना में आवेदन दिया। थाना में बताया गया कि इसमें हम आपको ज्यादा मदद नहीं कर सकते। पर, हां लोकेशन बता सकते है। लेकिन 2- 3 दिन बीत जाने के बाद भी वहां से लोकेशन नहीं दिया गया। फिर दो लोग ढूंढने के लिए बागेश्वर धाम गए। लेकिन वे वहां नहीं मिले। उसी दौरान एक व्यक्ति ने फोन कर बताया कि, वो वर्धा रेलवे स्टेशन के पास अस्पताल में है। जब अस्पताल पहुंचे तो वो वहां से भी गायब थे।  सविता ने कहा कि वहां के विधायक ने बताया कि एक व्यक्ति हमारे पास भी आया था। कह रहा था बिहार भिजवा दीजिए। इसके उन्होंने पुलिस सूचना दी। पुलिस उसे कहाँ ले जाकर छोड़ी। इसकी सूचना हमें कॉल कर नहीं दी। हमलोग दरभंगा एसपी से भी मिलने गये। लेकिन हमें एसएसपी से मिलने नहीं दिया गया। कहा गया कि अगले शुक्रवार को आईये। हमें न यहां की पुलिस मदद कर पा रही है और न वहां की। बताइये कहां जाएं।

बिहार सरकार पर बरसे आरसीपी सिंह

वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह से लापता शिक्षक ललन के बारे में सवाल पूछे गये तो उन्होंने बताया, यह जिम्मेवारी किसकी है। बिहार का बच्चा गायब है। क्या बिहार सरकार को जिम्मेवारी लेनी नहीं चाहिए। जब मैं उनके साथ रहता था तो अक्सर कहा करते थे कि, हम पाताल से ढूंढ निकालेंगे। अब तो यहां सरकार है ही नहीं। जब सड़क पर पुलिस को गोली मार दी जा रही है तो बताइये क्या सरकार है?

नगर पुलिस अधीक्षक ने दिया यह जवाब

वहीं नगर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि परिजन हमारे कार्यालय में भी आए हुए थे। इस संदर्भ में हमने एसडीपीओ और थाना से बात की है। महिला से जानकारी मिली है कि वो 4 फरवरी को पवन एक्सप्रेस से बागेश्वर धाम घूमने गए थे। 6 फरवरी उनसे आखिरी बात हुई है। इस संबंध में मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के बमीठा थाना में सनहा के रूप में मिसिंग रिपोर्ट हुई है। वहां के वरीय पदाधिकारी से संपर्क में हैं। हमलोगों को जितनी जानकारी है उनसे साझा कर रहे।

सरकारी शिक्षक है ललन

बताते चले कि लापता ललन कुमार पेशे से शिक्षक है। जिले के भरवाड़ा 10+2 स्कूल में शिक्षक हैं और उन्हें दो संतान भी है। बागेश्वरधाम के दर्शन के बाद से उनका फोन लगातार स्विच ऑफ आ रहा है। उनके भाई और साला उन्हें ढूढने के लिए बागेश्वर धाम गए हुए है। उनके लापता होने की शिकायत वहां के स्थानीय बमीठा थाने में की गई है। लेकिन किसी प्रकार कोई खबर नही है। जिससे परिवार वाले काफी हताश हैं। उनका कहना है न यहाँ की पुलिस मदद कर रही है न वहां की बताइये हम कहाँ जाएं... किसके पास जाएं?

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