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लालू प्रसाद ने की थी घोषणा, अब डेढ़ दशक बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस रेल परियोजना को कर रहे हैं साकार

लालू प्रसाद ने की थी घोषणा, अब डेढ़ दशक बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस रेल परियोजना को कर रहे हैं साकार

ARARIA : अररिया-गलगलिया नई रेल लाइन परियोजना का फारबिसगंज के खवासपुर के रहिकपुर नुनिया टोला भीमा में एक सादे समारोह में शिलान्यास किया गया। सांसद प्रदीप कुमार सिंह,फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केशरी उर्फ मंचन केशरी,सिकटी विधायक विजय मंडल और भाजपा जिलाध्यक्ष संतोष सुराना ने संयुक्त रूप से करीब 2145 करोड़ की लागत वाली अररिया-गलगलिया नई रेल परियोजना का शिलान्यास किया। मौके पर अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि वर्षों से इस रेल परियोजना का लोग इंतजार कर रहे थे,जिसे अब साकार रूप दिया जाएगा।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत आगे बढ़ रहा है और अररिया जैसे पिछड़े इलाकों को भी देश के मानचित्र पर लाने का हरसम्भव प्रयास किया जा रहा है।सांसद ने कहा कि इस रेल लाइन के शुरू होने से न केवल यातायात सुगम होगी, बल्कि परोक्ष और अपरोक्ष रूप से इलाके के लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होगा और क्षेत्र का विकास भी होगा।

करीब 2145 करोड़ की लागत वाली अररिया-गलगलिया नई रेल परियोजना का शिलान्यास किया। जिले में यह रेल लाइन 47.60 किमी बनेंगे। नौ स्टेशन जिले में बनेंगे। सांसद ने कहा कि इस रेल लाइन के शुरू होने से न सिर्फ आवागमन में सुविधा होगी बल्कि यहां के लोगों को रोजगार भी मिलेगा और क्षेत्र का विकास भी होगा। खासकर अति पिछड़े व बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए यह परियोजना मील का पत्थर साबित होगा। वही विधायकों ने कहा कि मोदी राज में क्षेत्र का कायाकल्प हो रहा है तथा विकास की नई इबादत लिखी जा रही है। मौके पर जिलाध्यक्ष संतोष सुराणा, समरनाथ सिंह, मनोज झा,पप्पू झा,सुधीर भगत,राजेश सिंह,बिमल सिंह,कुमार नाथ झा, सुधीर भगत, दिलीप पटेल सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।


2007 में प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी, लालू प्रसाद ने की थी घोषणा

बताया गया कि अप्रैल 2007 में स्वीकृत हुए इस रेल प्रोजेक्ट को मूल रूप से मार्च 2011 तक पूरा करना था। लेकिन डेढ़ दशक से भी ज्यादा समय तक परियोजना रुका रहा। पूर्वोत्तर भारत को सीमांचल-मिथिलांचल के रास्ते दिल्ली व अन्य राज्यों से जोड़ने वाली यह परियोजना 534 करोड़ की अनुमानित लागत से तत्कालीन रेलमंत्री LALU PRASAD द्वारा वित्तीय वर्ष 2006—07 के बजट में स्वीकृत हुई थी। मगर मंत्रालय और सरकार बदलने के बाद परियोजना स्थिर हो गया था। 2019 में इस प्रोजेक्ट पर फिर से काम शुरू हुआ। 

 इस देरी के कारण  इस प्रोजेक्ट की लागत में भी चार गुना अधिक वृद्धि हो गई। जहां पहले का बजट 534 करोड़ था, वहीं अब यह बढ़कर 2145 करोड़ हो गई है। अब इस परियोजना को रेलवे बोर्ड द्वारा वरीयता के आधार पर पूरा करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। वर्ष 2016 और 2017 के BUDGET में परियोजना के लिए क्रमश: 110 करोड़ और 50 करोड़ रुपयों का आवंटन भी किया गया था। इसके बाद वित्तीय वर्ष 2021—22 में अररिया—गलगलिया न्यू रेल लाइन प्रोजेक्ट के लिए 100 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया। भूमि अधिग्रहण के लिए अलग से 858 करोड़ रुपये आवंटित किये गए थे।

अब जब यह प्रोजेक्ट फिर से शुरू हो गया है तो यहां के लोगों में खुशी का माहौल है, खासकर इस परियोजना के लिए स्थानीय सांसद की तारीफ हो रही है।

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